बाँके जिला के खजुरा में “कथा सुनौ र सुनाऔ” कार्यक्रम
नेपालगन्ज/(बाँके) । पवन जायसवाल । बाँके जिला के खजुरा में कल्पना फाउण्डेशन, नेपाल के आयोजन
नेपालगन्ज/(बाँके) । पवन जायसवाल । बाँके जिला के खजुरा में कल्पना फाउण्डेशन, नेपाल के आयोजन
विनोदकुमार विश्वकर्मा विमल, प्राक्कथन । त्रिभुवन विश्वविद्यालय नेपाल का सबसे बडा एवं पुरातन विश्वविद्यालय है
जलेश्वर । 2080 वैशाख 23 गत्ते शनिवार के दिन श्री सरस्वती राजनरायण प्रतिष्ठान द्वारा संचालित
हिमालिनी,5 अप्रैल, 2023 | नेपाल के पश्चिमी भूभाग में अवस्थित तराई के तीन जिले कपिलवस्तु,
डा. अशोक माहासेठ, काठमांडू । चौरासी लाख जीवधारी के बीचमे मनुष्य उत्कृष्ट जीव है ।
जनकपुरधाम/मिश्रीलाल मधुकर । जानकी नवमी महोत्सव के अवसर पर शुक्रवार की रात पूर्व मंत्री तथा
डॉ. श्वेता दीप्ति, काठमांडू । सीता धरती से जन्मी एवं ऋषियों मुनियों के साथ पली
माँ तेरी याद देह की गलने लगी हिम चोटियां हैं सांस पर संकट खड़ा है
हिमालिनि प्रतिनिधि, कोशी प्रदेश नेपाल । बिराटनगर के संगम पार्टी पैलेस में लेखक लक्ष्मी चौधरी
डा श्वेता दीप्ति दो में से क्या तुम्हे चाहिए कलम या कि तलवार मन में
अवकाश क्यों नहीं??? ***************** धरती कहना चाह रही है, एक भूली बिसरी, दर्द और टीस
एकाकीपन भोगा है कभी एकांत ! संवादहीन, विचारों का मौन या ज्वालामुखी का दहकता, पिघलता
*””माँ”””* मां तू पर्वत बन जाती है जब मेरे इरादों में बाधा आती हैं मां
*मॉं* मां है ममता त्याग बलिदान का नाम। कर दे जो जिंदगी अपने बच्चों के
कहानी किसी ने कहा वो सुन्दर नही है, किसी ने कहा वो वेल एजुकेटेड नही
#मातृदिवस #मेरी_प्यारी_माँ अनदेखा, अनजाना सा प्यार। बिन शर्तो पर, पलता जो खुमार। कलेजे की,
ममता, प्यार और दुलार मां के नाम से आती है यही फुहार। गुजरा बचपन मां
माता तीर्थ औंसी विशेष मां अंतर्मन की पीड़ा को, बिन कहे समझ जो जाती है
भावना की चादर आज सुन लिया था मैंने, वाे तेरी अनकही बाताें काे, अवाक् हाे
काठमांडू में 15 अप्रैल (बैशाख 2 गते 2080) को एक भव्य आयोजन में नेपाल के सु
नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल । बाँके जिला के नेपालगन्ज में भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति आयोजन
काठमांडू,15 अप्रैल (बैशाख 2 गते 2080) आज एक भव्य आयोजन में नेपाल के सु प्रसिद्ध
सारा आकाश डा कृष्णजंग राणा सारा आकाश समेटो अपनी मुठ्ठी में जो भी हो, लेकर
परमशिला बनिया,मर्चवार। राष्ट्रीय भोजपुरी संस्थान के पांचवा राष्ट्रीय अधिवेशन 8-9 अप्रैल को बड़े ही धूमधाम
– नेपाल के नेपालगंज शहर में १,२,३अप्रैल को महेंद्र पुस्तकालय की ओर से नेपाल –
“कौन अपना कौन पराया” रूपा झा जिंदगी की दौड़ में ,संघर्षों की होड़ में गिरकर
मलंगवा । मिति २०७९ – चैत्र – २४ गते सर्लाही जिला के मलंगवा में श्री
नेपालगन्ज । – नेपाल के नेपालगंज शहर में वर्ल्ड क्रिएटिव्हिटी फोरम की ओर से
वक्त गुजर चुका है अब बचा कुछ नही राह विलुप्त हो चुकी लेकिन मैं ढूंढ
नवरात्रा चारो ओर धुप -गुगुल से महक उठा है कण -कण सारा घर -मंदिर सब
काठमान्डू, 25 मार्च बसंत चौधरी की कविताओं में प्रेम और सौन्दर्य की प्रधानता है
कर्म पथ रुपा झा कुछ सोच मत, बस चलते चल अपने कर्म पथ पर बढ़ते
अलवर। नेपाल में 17मार्च को नेपाल -भारत साहित्य महोत्सव विराटनगर, नेपाल में आयोजित अलवर निवासी
सदा तुम्हारी जय हो प्रियांशी भक्तों का मन रखने वाले अर्द्ध सिंह रूप धरने वाले
काठमांडू, फरवरी । आज राजधानी में प्रसिद्ध कवि साहित्यकार श्री युयुत्सु शर्मा द्वारा लिखित लॉस्ट
भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त ‘महापंडित राहुल संकृत्यायन सम्मान’से सम्मानित डॉ. विमलेश कान्ति वर्मा की
फीजी व प्रशांत क्षेत्रों में हिंदी -15 फ़रवरी को विश्व हिंदी सम्मेलन के प्रमुख सत्र
काठमांडू, १५ फरवरी । कवि बसन्त चौधरी की बहु–चर्चित ‘विश्व काव्ययात्रा’ फिर शुरु होने जा
नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल । बाँके जिला के नेपालगन्ज में रहें उर्दू साहित्यकारों की संगठन गुल्जार–ए–
प्रतिभा राजहंस की कविता बसंत गीत और अन्य बसंत गीत ——-प्रतिभा राजहंस आओ हे ऋतुराज
अजय कुमार झा, जलेश्वर । गोस्वामी तुलसीदास हिन्दी साहित्य के इतिहास में भक्तिकाल की सगुण
“एक चादर मैली सी “ माँ ने रक्त से सींचा मुझको, उंगली पकड़ के चलाया
तुम हर लो मेरा तम ! दीप हो तुम तुम हो गौतम तुम हर
गुलाब दिवस आज है गुलाब दिवस, तोडकर गुलाब नही जनाब, दे सको तो, सभी को
*_इश्क का महीना_ ” _फरवरी_ “* मंद- मंद सी हवा चली , खिली-खिली सी धूप
भोपाल । गत दिनों हिंदी भवन भोपाल द्वारा प्रख्यात आलोचक करुणाशंकर उपाध्याय के आलोचना ग्रंथ
काठमाण्डू। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर भारतीय दूतावास में आयोजित कार्यक्रम में एक छात्र
101 सकारात्मक भारतीय तथा प्रवासी भारतीयों द्वारा रचित काव्य सुमन। पुस्तक समीक्षा : मुकेश भटनागर
नासिक । २६ जनवरी भारतीय गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर”वर्ल्ड क्रिएटिव्हिटी फोरम के द्वारा
काठमांडू, 28 जनवरी । भारतीय दूतावास, स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र और केंद्रीय हिंदी विभाग, त्रिभुवन
नारनौल। हैदराबाद और सिकंदराबाद की तीन लोकप्रिय संस्थाओं- गीत चांदनी, हिंदी लेखक-संघ और गोलकोंडा दर्पण
दिल्ली, 21, 22 जनवरी । दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर पर परिषद द्वारा दो
नमन मधेस! कहाँ गया वह महतो जिसने सिने में गोली खाई? कहाँ गया वह ठाकुर
सुदर्शन लाल कर्ण, जनकपुरधाम । मधेश की कोई भी भाषा मैथिली भाषा का बाधक नही
एक है दिल तो दुजी धडकन, हिन्दी और नेपाली है दोनों बहनें भोजन करती, प्रेम
विश्व हिंदी सम्मेलन हिंदी भाषा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन है जिसमें
इंदौर । विश्व हिंदी दिवस पर तथा इंदौर में आयोजित प्रशासन द्वारा आयोजित प्रवासी मेले
मुरली मनोहर तिवारी (सीपू), बीरगंज । निस्सन्देह हिन्दी आज सारे विश्व में ‘अंतर्राष्ट्रीय भाषा’ के
अजय कुमार झा, जलेश्वर । भाषा हृदय की अभिव्यक्ति के साथ ही संस्कृति और सभ्यता
श्वेता दीप्ति : हिमालिनी हिन्दी मासिक पत्रिका नेपाल की स्थापित और स्तरीय पत्रिका है
आकोला : सन 1937 में स्थापित ख्यातनाम संस्था ‘साहित्य मंडल’ श्रीनाथद्वारा (राजस्थान) के संयोजन में
प्रकाश प्रसाद उपाध्याय, दिसंबर महीने की 25 तारीख – मानव जाति के कैलेण्डर का एक
प्यारी हिंदी : संदर्भ हिंदी दिवस मैं मिथिला का वो बेटा हूं, जिसे हिंदी से
जय हिंद जय हिंदी भाषा विश्व की है यह महान भाषा दिलों को जोड़ने वाली