Thu. Mar 28th, 2024

साहित्य

मनुमुक्त ट्रस्ट ने आयोजित किया विश्व का सबसे बड़ा कवि-सम्मेलन, 50 देशों के कवियों की सहभागिता

नारनौल। मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट ने विश्व का सबसे बड़ा कवि-सम्मेलन आयोजित कर एक नया

साहित्यिक संस्था “बज़्म-ए-सुहैल” छपरा(बिहार) द्वारा कवयित्री पूजा बहार सम्मानित

साहित्यिक संस्था “बज़्म-ए-सुहैल” छपरा(बिहार) द्वारा आयोजित भव्य आयोजन में कवयित्री पूजा बहार (नेपाल) की भोजपुरी

मैंने वि.पी. को देखा है : अजय कुमार

उदारवादी जनप्रेमी दूरदर्शी समाजवादी चिंतक तथा नेपाली राजनीति के ऐतिहासिक महापुरुष आदरणीय विश्वेश्वरप्रसाद कोइराला के

वीरेन्द्र प्रसाद मिश्र दो लाख नगद सहित प्रज्ञा पुरस्कार से पुरस्कृत

काठमांडू, १८ जुलाई । पूर्व निर्वाचन आयुक्त एवं नागरिक अगुवा प्रा.डा. वीरेन्द्र प्रसाद मिश्र ‘नेपाल

श्री लूनकरणदास गंगादेवी चौधरी साहित्यकला मन्दिर द्वारा स्रष्टाओं को किया गया सम्मानित

काठमान्डू१७जुलाई विश्वव्यापि महामारी कोविड को ध्यान में रखते हुए तथा सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का

हिंदी साहित्य भारती की कार्यकारिणी घोषित, नेपाल से डा श्वेता दीप्ति का चयन

  प्रख्यात साहित्यकार एवं पूर्व शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, झांसी निवासी डॉ रवीन्द्र शुक्ल

जिस तरह आती है चुपके से कविता और मृत्यु अकेले में : विनय सौरभ

हिन्दी के सुप्रसिद्ध संवेदनशील कवि विनय सौरभ की कविताएँ १ किसी दिन मैं आऊँगा चुपके

तन और मन की संजीवनी है ‘योग’ : डॉ कामिनी वर्मा

डॉ कामिनी वर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर ,’ योग’ शब्द संस्कृत

कोरोना आपदा में संक्रमण काल के दौर से गुजर रही है हिंदी पत्रकारिताः दयानंद वत्स

नई दिल्ली, 30मई,2021हिंदी पत्रकारिता दिवस अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ और नेशनल मीडिया

आज ही के दिन हिन्दी भाषा का पहला समाचार पत्र ‘उदन्त मार्तण्ड’ शुरू हुआ था

1826 में आज ही के दिन हिन्दी भाषा का पहला समाचार पत्र ‘उदन्त मार्तण्ड’ कलकत्ता

जग पीड़ित है अति-दुख से जग पीड़ित रे अति-सुख से, मानव-जग में बँट जाएँ दुख सुख से औ’ सुख दुख से !

सुमित्रानंदन पंत का जन्म अल्मोड़ा जिले (अब बागेश्वर) (तब उत्तर प्रदेश वर्तमान उत्तराखंड) के कौसानी

वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र सुवेदी का निधन

३ जेठ, काठमाडौं । वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र सुवेदी का कोरोना सङ्क्रमण के कारण ७६ वर्ष

चेतन कार्की का जाना, नेपाली चलचित्र और साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति

२ जेठ, काठमाडौं । नेपाली चलचित्र के सफल निर्देशक, लेखक, गीतकार तथा साहित्यकार चेतन कार्की

संबंध बहुत बड़ी पूंजी है, काल बन चुके कोरोना का यही ब्रह्मज्ञान है

पीड़ा का यह चक्रव्यूह पार तो करना ही होगा वीरेन्द्र बहादुर सिंह वीरेन्द्र बहादुर सिंह