भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा भारत को पाक अाैर चीन से युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए

भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर कहा है कि भारत को दो मोर्चो पर युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। चीन से पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति के समाप्त होने के एक हफ्ते के बाद उन्होंने यह बात कही।
उत्तर में चीन, पश्चिम में पाकिस्तान से युद्ध की संभावना से इनकार नहीं
डोकलाम में 73 दिन तक चले गतिरोध का उल्लेख करते हुए जनरत रावत ने चेतावनी दी कि उत्तरी सीमा पर हालात धीरे-धीरे ब़़डे संघर्ष में तब्दील हो सकते हैं। ऐसी स्थिति का पाकिस्तान भी फायदा उठा सकता है इसलिए उत्तर में चीन और पश्चिम में पाकिस्तान से ल़़डाई की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। यहां बुधवार को सेंटर फॉर लैंड वॉरफेयर स्टडीज की ओर से आयोजित सेमिनार में जनरल रावत कहा कि चीन ने अपनी ताकत दिखानी शुरूकी है। उसकी सलामी स्लाइसिंग, धीरे-धीरे भूभाग पर कब्जा करने और दूसरे की सहने की क्षमता को परखने की कोशिश से सतर्क रहने की जरूरत है और ऐसी स्थिति के लिए तैयार रहना होगा जो धीरे-धीरे युद्ध में बदल सकती हैं। सैन्य भाषा में सलामी स्लाइसिंग दुश्मन पर जीत हासिल करने के लिए धमकियों और गठबंधन का सहारा लेने को कहा जाता है।
उन्होंने डोकलाम गतिरोध के दौरान भारत के खिलाफ चीन के मीडिया और सूचना तकनीक का इस्तेमाल करते हुए मनोवैज्ञानिक युद्ध में लिप्त रहने का भी उल्लेख किया। पाकिस्तान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उसके साथ किसी भी तरह की सुलह की कोई गुंजाइश नहीं बची है। उन्होंने कहा कि देश आखिर कब तक पाकिस्तान के छद्म युद्ध को सहन करता रहेगा। जब यह निष्कषर्ष मिल जाएगा कि पाकिस्तान ने अपनी हदें पार कर दी है तो संभावित युद्ध कितना ब़़डा होगा, अंदाजा लगाना मुश्किल है।
यह पहली बार नहीं है जब चीन और पाकिस्तान को लेकर सेना प्रमुख ने इस प्रकार से दो फ्रंट पर युद्ध वाला बयान दिया है। सेना प्रमुख का यह बयान तब आया है जब चीन में हाल ही भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सीमा पर विवादों को शांतिप्रिय ढंग से सुलझाने के लिए और प्रयासों पर बल दिया था। जिनपिंग ने कहा कि दोनों देशों के लिए यह जरूरी है कि हम सही रास्तों पर चलें।
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