नेपालगंज मे आदिकवि भानुभक्त आचार्य की २ सौ वाँ जन्मजयन्ती
नेपालगन्ज , पवन जायसवाल । बाँके जिला के मध्यपश्चिम स्रष्टा समाज ने नेपालगन्ज में भानु भक्त आचार्य के दो सौवा जन्मजयन्ती के अवसर में श्रावण २ गते बुद्धवार के दिन बहुभाषिक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
राष्ट्रीय प्रज्ञा प्रतिष्ठान काठमाण्डू के सदस्य सचिव सनत कुमार रेग्मी ने सभी भाषा, साहित्य और संघ, संस्थाओं के प्रति प्रतिष्ठान का समान दृष्टि रहा है बताया ।
बुधबार आदिकवि भानुभक्त आचार्य के २ सवाँ जन्मजयन्ती के अवसर में आयोजित हुआ कार्यक्रम में बोल्ते हुयें सदस्य सचिव रेग्मी ने जातीय साहित्य के साथ नेपाली भाषा साहित्य को अन्तरघुलित करके लेकर जाने के लियें बताया । प्रतिष्ठान ने भाषा, भाषियोंको भी प्रवद्र्धन के लियें आवश्यक लगानी कर रहा है रेग्मी का विचार रहा ।
भानुभक्त के सन्दर्भ में सदस्य सचिव रेग्मी ने निषेध साहित्यको को रोक्ने के लिये आग्रह किया । उन्हों ने भानुभक्त का लिखा हुआ रामायण सभी भाषा भाषियों को जोडे हुये है उल्लेख करते हुयें इस वर्ष भर में भानुभक्त आचार्य का २ सवाँ जन्म जयन्ती विशेष कार्यक्रम करके देशभर में मनाया जा रहा है जानकारी दिया ।
मध्यपश्चिम स्रष्टा समाज ने भानु जयन्ती के अवसर में बहुभाषिक कवि गोष्ठी का आयोजन किया था ।
समाज के अध्यक्ष सिर्जन लम्साल के अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम में समाज के सहसचिव भोजराज शर्मा ने स्वागत किया था और बालकृष्ण शर्मा ने बहुभाषिक कवि गोष्ठी कार्यक्रम का सञ्चालन किया था ।
भेरी साहित्य समाज नेपालगन्ज के अध्यक्ष एवं साहित्यकार हरि प्रसाद तिमिल्सिना और महेन्द्र वाग्ले ने भानुभक्त आचार्य के कृतित्व के उपर चर्चा किया था इसी तरह कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार पन्नालाल गुप्त, किरण आचार्य, गरल्जारे अदब नेपालगन्ज के अध्यक्ष अब्दुल लतीफ शौक, अवधी सांस्कृतिक परिषद् बाँके के अध्यक्ष सच्चिदानन्द चौबे, अवधी सांस्कृतिक प्रतिष्ठान के केन्द्रीय अध्यक्ष विष्णु लाल कुम्हाल, भुपेन्द्रप्रकाश शर्मा, दिवाकर लम्साल लगायत लोगों ने भानुभक्त आचार्य के चर्चा करते हुयें अपना–अपना लेख, रचनाओं को वाचन किया । इसी तरह कपिल अञ्जान, रामचन्द्र आचार्य, प्रदीप भट्टराई, प्रदीप स्वर्णकार, सुरज केसी, देवकिरण प्रवासी लगायत लोगों ने रचना वाचन किया समाज के अध्यक्ष सिर्जन लम्साल ने यह जानकारी दिया ।