Sat. Nov 8th, 2025
English मे देखने के लिए क्लिक करें

स्कूलों मे अब भोजपुरी पाठ्यक्रम भी लागू होगी : अध्यक्ष केशवनंद बनिया


परमशिला बनिया, रूपन्देही (मर्चवार )—–
नेपाल के लुंबिनी प्रदेश रूपंदेही जिला के मर्चवारी गांव पालिका ने आने वाले शैक्षिक सत्र से भोजपुरी भाषा के स्थानीय पाठ्यक्रम लागू करने को बताया है। गांव पालिका अध्यक्ष केशवनंद बनिया ने इस बात का खुलासा किया कि आने वाले शैक्षिक सत्र की कक्षा एक में सभी स्कूलों में भोजपुरी भाषा की पढ़ाई की जाएगी। मातृभाषा भोजपुरी में पढ़ाई की व्यवस्था को लागू करवाने हेतु ज्ञापन पत्र देने गए मर्चवारी गांव पालिका के शिक्षक प्रधानाध्यापकों से बातचीत करते हुए अध्यक्ष बनिया ने उस दबाव समूहको आश्वासन दिया कि आगामी वर्ष कक्षा 1 कि पाठ्यक्रम निर्माण कराकर उसे सभी स्कूलों मे लागू किया जायेगा।
गावपालिका के प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत लक्ष्मण ग्यावली ने बताया कि सरकारी संरचना और कानूनों के मुताबिक सर्व प्रथम कक्षा 1 मे ही 100 पूर्णांक की भोजपुरी विषय की पढ़ाई की जानी चाहिए। इसके लिए बजेट का ब्यवस्थापन करके आगे बढ़ने की बात कही।
शिक्षा अधिकृत माधव प्रसाद घिमिरे ने कहा की मधेशी बच्चों को उनकी मातृभाषा भोजपुरी मे पढ़ाई होने से अपनी पहचान तो बढ़ेगी ही उसके साथ भाषिक अधिकार का भी संरक्षण होगा । उन्होंने बताया कि नेपाल के कानून संविधान के मुताबिक स्थानीय मातृभाषा भोजपुरी में पढ़ाई किया जाना चाहिए। इसका कार्निवल करने के अधिकार स्थानीय सरकार को मिला है और अभी सरकार इसीलिए स्थानीय भाषा की पाठ्यक्रम को जोड़ तोड़ से लागू करने के लिए योजना बना रही है।
मात्तृभाषा पाठ्यक्रम को लागू करने की मांग को लेकर गांव पालिका पर पहुंचे एक दबाब समूह को जनप्रतिनिधियों ने पूरा आश्वासन दिया कि आने वाले आर्थिक वर्ष के बजट में इस कार्यक्रम में सम्मिलित किया जायेगा। दो नंबर वार्ड अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ मेरा तीन नंबर वार्ड अध्यक्ष नारायण बहादुर यादव 5 नंबर वार्ड अध्यक्ष सुनील कुमार जयसवाल ने आने वाले आर्थिक पक्ष में भोजपुरी पाठ्यक्रम निर्माण और कार्यन्वयन के लिए हम लोग बजट का व्यवस्था भी करेंगे।
विगत करीब 20 वर्षों से भाषिक आंदोलन चला रहे लेखक तथा अध्यापक शिवनंदन जायसवाल ने खुशी जताते हुए कहा कि हमारी अभियान को यह सफलता प्राप्त हुई है। आगे उन्होंने बताया कि भोजपुरी भाषा में पढ़ाई होने से हमारी समाज की साहित्य लोक संस्कृति लोक कला का उत्थान होगा इसके साथ हमारी पहचान और अधिकार भी स्थापित होगी। भोजपुरी भाषा के विद्वान श्री जयसवाल ने कहा कि भाषिक अधिकार प्राप्ति से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और लोगों को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। पूरे देश में भोजपुरी भाषा में पढ़ाई कराने के लिए अधिकारकर्मी जयसवाल ने सरकार से मांग किया है।
ठरकी माध्यमिक विद्यालय के अध्यापक बलराम यादव ने बताया कि विलुप्त होती जा रही भोजपुरी लोक संस्कृति कला इतिहास हो अब भोजपुरी पाठ्यक्रम के माध्यम से संगठित करके हमेशा के लिए जीवित किया जा सकता है । यह मातृभाषा की इसे लागू करने से बच्चे आसानी से सभी बातों को सीख सकते हैं ऐसा उन्होंने दावा किया।
इसी दौरान शिक्षक धीरज यादव ने कहा मार्च में गांव पालिका में लागू होने जा रहे भोजपुरी पाठ्यक्रम अपने आप में महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक साबित होगा।
गांव पालिका कार्यालय रायपुर में दि गयी दबाव कार्यक्रम से मिली सफलता के लिए सभी ने जनप्रतिनिधि तथा गांव पालिका के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित पूरी टीम को धन्यवाद ज्ञापन किया। उस दौरान शिक्षक रामप्रीत चौहान, युवा योगेंद्र चौहान, युवा सामाजिक कार्यकर्ता अमरनाथ कुर्मी, अजय कुर्मी, प्रधानाध्यापक दिनेश चौहान आदि उपस्थिति थी।

यह भी पढें   राष्ट्रपति पौडेल आज स्वदेश लौट रहे हैं

About Author

आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *