हारते-हारते जीतनेवाले
संविधानसभा के दूसरे निर्वाचन में सात ऐसे उम्मेदवार हैं- जो अपने प्रतिद्वन्द्वी को बहुत कम मत से हराकर विजयी हुए है। सौ मत के अन्तर से चुनाव जितनेवालों में कांग्रेस, एमाले और एमाओवादी लगायत के उम्मेदवार हैं। मोरङ क्षेत्र नं. ४ में एमाओवादी के शिवकुमार मण्डल ने कांग्रेस के गयानन्द मण्डल को सिर्फ ८ मत से पराजित किया। ९ हजार ३ सौ ५२ मत प्राप्त करनेवाले कांग्रेस के गयानन्द को एमाओवादी के शिवकुमार ने ९ हजार ३ सौ ६० मत प्राप्त कर पराजित किया। उसी तरह मुस्ताङ के कांग्रेसी उम्मेदवार रोमी गौचन थकाली सिर्फ२२ मत की बढÞत से चुनाव जित गए।
गौचन ने कांग्रेस के ही बागी उम्मेदवार ओमप्रसाद तुलाचन के विरुद्ध २२ मत ज्यादा प्राप्त किया। गौचन ने १४ हजार २४ मत प्राप्त किए तो तुलाचनले १४ हजार २ मत पाए थे। उदयरपुर क्षेत्र नं. २ की एमाले प्रत्याशी मञ्जु चौधरी ने भी कांग्रेस की प्रमिला र्राई को सिर्फ२३ मत से जित कर चुनाव जित गईं। एमाले की चौधरी ने ७ हजार ५ सौ ३४ मत प्राप्त किया तो कांग्रेस की र्राई ने ७ हजार ५ सौ ११ मत। उसी तरह पर्वत क्षेत्र नं. २ में एमाले उम्मेदवार विकास लम्साल ने कांग्रेस के नवराज गुरुङ को सिर्फ२८ मत से हराकर जित हासिल की। लम्साल ने ११ हजार १ सौ ४१ और गुरुङ ने ११ हजार १ सौ १३ मत प्राप्त किए थे।
पाल्पा क्षेत्र नं. २ में एमाले के सोमप्रसाद पाण्डे ने कांग्रेस के वीरबहादुर र ाना पर ९५ मत के अन्तर से विजय प्राप्त की। पाण्डे को १३ हजार १ सौ ९३ मत मिले थे तो राना को १३ हजार ९८ मत प्राप्त हुआ था। सिन्धुपाल्चोक क्षेत्र नं. १ में कांग्रेस के मोहन बस्नेत ने ३२ मतों से एमाले के अरुण नेपाल को पराजित किया। बस्नेत को १५ हजार २१ मत मिले तो नेपाल को १४ हजार ९ सौ ८९ मत प्राप्त हुए। उसीतरह रूपन्देही क्षेत्र नं. ३ में कांग्रेसी नेता बालकृष्ण खाँड ने एमाले के घनश्याम भुसाल को ८६ मतों से पराजित किया। खाँड को १८ हजार ४ सौ ८१ मत प्राप्त हुए तो भुसाल को १८ ३ सौ ९५ मत मिले थे।