सत्ताधारी गठबन्धन में सीटों के बँटवारे पर विरोध जारी, अध्यक्ष ( प्रम)देउवा के लिए बढ रही मुश्किलें
देश में आम चुनाव भले ही 20 नवंबर को होने वाला है, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी पूरी जाेर शोर से शुरू कर दी है। 20 नवंबर को संघीय संसद की 165 सीटों के प्रत्यक्ष निर्वाचन के लिए मतदान होगा। सत्ताधारी गठबंधन में पांच दल हैं, जिन्होंने अपनी तरफ से सीटों का दावा पेश कर दिया है। सीटों के बंटवारे को लेकर सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस में पीएम शेर बहादुर देउबा को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। देउबा विरोधी गुट की शिकायत है कि नेपाली कांग्रेस वाले गठबंधन को कायम रखने की फिक्र में पीएम सहयोगी दलों को ज्यादा सीटें देने की लिए राजी दिख रहे हैं।
प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष देउबा इस मामले में अड़ियल रुख दिखाने के पक्ष में नहीं हैं। उनके समर्थक माने जाने वाले नेता मिन बहादुर विश्वकर्मा ने कहा कि हमारे पार्टी अध्यक्ष की राय है कि गठबंधन का टूट जाना दुर्भाग्यपूर्ण होगा। सीटों का बंटवारा जल्द पूरा करने के लिए यह जरूरी है कि सभी पार्टियां समझदारी और लचीलापन दिखाएं।
पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति के एक सदस्य ने कहा है कि पार्टी के अंदर देउबा पर 100 सीटों के दावे पर अडिग रहने के लिए दबाव बढ़ रहा है। नेताओं ने देउबा से साफ कह दिया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो पार्टी नेताओं को एकजुट रख पाना मुश्किल हो जाएगा। गठबंधन में शामिल दलों ने जो दावा पेश किया है, उसके मुताबिक नेपाली कांग्रेस 100, नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओइस्ट सेंटर) 60, नेपाली की कम्युनिस्ट पार्टी (यूनिफाइड सोशलिस्ट) 40, जनता समाजवादी पार्टी 32 और राष्ट्रीय जन मोर्चा दो सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।
देउबा विरोधी माने जाने पार्टी के महासचिव गगन थापा ने कहा है कि नेपाली कांग्रेस को सौ से एक भी कम सीट लेने पर तैयार नहीं होना चाहिए। टास्क फोर्स में शामिल नेपाली कांग्रेस के प्रतिनिधि ने संकेत दिया है कि पार्टी 90 सीटों पर रजामंद हो सकती है। गगन थापा ने दो टूक कहा है कि अगर सौ से कम सीटों पर पार्टी राजी हुई, तो नेपाली कांग्रेस में असंतोष भड़क उठेगा।
नेपाली कांग्रेस के नेता शशांक कोइराला ने कहा है कि सीट बंटवारे का आधार वर्ष 2017 के चुनाव नतीजे नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि मई में हुए स्थानीय चुनावों को इसका आधार बनाया जाना चाहिए। इसलिए पार्टी को 95-100 सीटें मिलनी चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ नेता शेखर कोइराला ने बीते शनिवार को ही कहा था कि नेपाली कांग्रेस को सौ से कम सीटों पर राजी नहीं होना चाहिए। कोइराला ने यह भी कहा कि नेपाली कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम है। इसलिए हम सौ सीट से कम पर राजी नहीं हो सकते।