विश्व बैंक द्वारा नेपाल को १३ अर्ब रुपया ऋण
विश्व बैंक नेपाल को १३ अर्ब रुपया बराबर का आर्थिक सहयोग करने जा रहा है । बैंक ने नेपाल के हरित, उत्थानशील और समावेशी विकास (ग्रिड), नया विकास नीति ऋण (डीपीसी) परियोजना के लिए १० करोड अमेरिकी डलर (करीब १३ अर्ब रुपैयाँ) सहुलियतपूर्ण ऋण देने की तैयारी की है ।
सोमबार एक कार्यक्रम के बीच नेपाल सरकार की ओर से अर्थ मन्त्रालय अन्तर्गत के अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग समन्वय महाशाखा के सहसचिव ईश्वरीप्रसाद अर्याल और माल्दिभ्स, नेपाल और श्रीलंका के लिए विश्व बैंक के संचालन प्रबन्धक लाडा स्ट्रेलकोभा ने ऋण सम्झौता में हस्ताक्षर किया है ।
नेपाल को हरियाली, जलवायु–उत्थानशील और समावेशी विकास की ओर अग्रसर होने के लिए सहयोग करना इस प्रस्तावित बजेट सहयोग कार्यक्रम का लक्ष्य है । ग्रीड अन्तर्गत तीन सहुलियतपूर्ण ऋण डीपीसी श्रृंखला में से पहला है ।
‘कोभिड–१९ महामारी के परिप्रेक्ष्य में नेपाल सरकार, विश्व बैंक, और विकास साझेदारों द्वारा महत्वपूर्ण काठमाडौं घोषणापत्र में हस्ताक्षर करने के बाद हरित, और भी समावेशी और उत्थानशील विकास के लिए सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में अपना कार्यक्रम केन्द्रित किया है माल्दिभ्स, नेपाल और श्रीलंका के लिए विश्व बैंक के सञ्चालन प्रबन्धक लाडा स्ट्रेलकोभा ने कहा है ।
इस परियोजना के द्वारा जल, भूमि प्रयोग, जलवायु स्मार्ट कृषि, दीगो वन व्यवस्थापन, शहरी फोहोर और प्रदूषण आदि क्षेत्रों में सरकार की प्राथमिकता में है । इस कार्यक्रम से नेपाल के अर्थतन्त्र को हरितकरण करने के साथ ही सामुदायिक वन, कृषि, स्वच्छ हवा, और ठोस कूडा व्यवस्थापन जैसे क्षेत्रों में रोजगार सृजन के साथ ही कार्यक्रम से निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन करने की सरकार ने अपेक्षा की है ।