केजरीवाल ने साबित किया बहुमत
आम आदमी पार्टी की सरकार को बहुमत मिल गया है. विश्वासमत की चर्चा के बाद आम आदमी के पक्ष में विश्वास मत मिला. केजरीवाल के पक्ष में 37 वोट और विपक्ष में 32 वोट मिले. दिल्ली की आप सरकार को अब छह महीने तक कोई खतरा नहीं है. विधानसभा में विश्वासमत पर चर्चा के दौरान अरविंद केजरीवाल ने जवाब देते हुये कहा कि देश की राजनीति खराब हो चुकी है इसका अपराधीकरण हो चुका है. हम सभी को देश की राजनीति को सुधारना पड़ेगा. देश के नेताओं ने आम आदमी को ललकारा कहा चुनाव लड़ो और अपना कानून बना लो. किसने सोचा था देश की एक साल पूरानी पार्टी 28 सीटें जीत जायेगी. चार और 8 दिसंबर को सच्चाई की जीत हुई. देश का आम आदमी भ्रष्ट्राचार से परेशान है. देश काम आम आदमी दो वक्त की रोटी चाहता है. इस देश का आम आदमी बहुत साधारण सी चीजें चाहता है सुरक्षा, इलाज, शिक्षा जैसी चीजें चाहता है. भ्रष्ट्राचार पर देश को एक मजबूत कानून की आवश्यकता है. भ्रष्ट्राचारियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिये की रूह कांप उठे. पूरे देश से वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिये. केजरीवाल ने 17 मुद्दे सदन के सामने रखें.
आम आदमी पार्टी की सरकार ने आज दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया और सदस्यों से राजनीतिक प्रतिबद्धताओं से ऊपर उठकर दिल्ली की जनता के हित में वैकल्पिक शासन का समर्थन करने का आग्रह किया.
आप के नेता मनीष सिसोदिया ने विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, यहां बैठे हुए लोग सिर्फ विधायक भर नहीं हैं, जो यहां बैठे हैं वह दिल्ली के लोग हैं, यहां बैठे 70 विधायकों में से प्रत्येक दिल्ली की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं. देश की जनता आज देख रही है कि यहां किस तरह का फैसला लिया जायेगा.
उन्होंने कहा, हम एक दल नहीं हैं, हम जनता के प्रतिनिधि हैं और सभी पार्टियों के विधायकों से आग्रह करते हैं कि पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर दिल्ली की जनता के लिए वैकल्पिक सरकार का समर्थन करें. केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार में मंत्री सिसोदिया ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए समझौता नहीं करेगी. दिल्ली की जनता ने आप को सरकार बनाने के लिए नैतिक जनादेश दिया है.
इसे आप के लिए ऐतिहासिक दिन बताते हुए सिसोदिया ने कहा, हम यहां विकास के लिए हैं. हम देश की राजनीति को साफ करने के लिए यहां खड़े हैं. उन्होंने कहा, हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि दिल्ली की जनता को पीने के लिए साफ पानी और सस्ती बिजली मिलेगी. हम कारोबारियों, किसानों और दिल्ली के युवाओं के लिए यहां हैं. हम दिल्ली के लोगों के लिए सुविधाओं में सुधार करेंगे. केजरीवाल सरकार को इस अग्नि परीक्षा पर खरा उतरने के लिए 36 के आंकड़े को छूना है.
70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आप के पास 28 विधायक हैं, जो बहुमत से 8 कम हैं. आप के पास कांग्रेस के 8 विधायकों का समर्थन है. भाजपा के 31 विधायक हैं और उसके सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के पास एक विधायक है.
दिल्ली विधानसभा में मुख्य विपक्षी भाजपा ने विश्वास प्रस्ताव की मुखालफत करने का ऐलान किया है. पार्टी नेता हर्षवर्द्धन ने अपने संबोधन में केजरीवाल और उनकी पार्टी पर कांग्रेस का समर्थन लेने पर तीखे हमले किए. उन्होंने कहा कि जब केजरीवाल ने कहा था कि वह भ्रष्ट कांग्रेस का समर्थन नहीं लेंगे तो उनके प्रति सबके दिल में सम्मान था.
उन्होंने कुछ कठोर वक्तव्य भी दिए थे जैसे एक टेलीविजन चैनल पर उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने की कसम ली थी, लेकिन उनके पुत्र के नाम पर ली गयी कसम टूटी तो उसपर सवाल खड़े होते हैं.
उन्होंने कहा, एक पार्टी जिसे केजरीवाल ने सबसे भ्रष्ट पार्टी बताया, एक पार्टी जिसके खिलाफ उन्होंने चुनाव लड़ा, एक ऐसी पार्टी जिसके बारे में उन्होंने कहा कि अगर चुनाव जीतकर सत्ता में आए तो उसके भ्रष्ट मंत्रियों को जेल भेजेंगे और सरकार के सभी घोटालों को उजागर करेंगे, उन्होंने उसी पार्टी का समर्थन ले लिया. हर्षवर्द्धन ने कहा, आज देश यह जानना चाहता है कि उसी पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने के पीछे उनकी क्या मजबूरी थी.
कांग्रेस की ओर से चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आज भाजपा नेता हर्षवर्धन राजनीति में शुचिता की बात कर रहे हैं, लेकिन उनके कई नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की कुछ कमजोरियां थीं कि हम आज इस स्थिति में हैं, लेकिन जब भाजपा हमारे खिलाफ आंधी की स्थिति में भी सत्ता तक नहीं पहुंच पायी, तो अब क्या पहुंचेगी. उन्होंने भाजपा पर व्यंग्य करते हुए कहा कि हम आपका दुख समझते हैं, अगर हम आपकी स्थिति में होते तो हमें भी दुख होता.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में महत्वपूर्ण विश्वास मत का सामना करेगी. अल्पमत की सरकार को लेकर अनिश्चितता के बावजूद कांग्रेस विधायकों के समर्थन से सरकार के विश्वास मत हासिल कर लेने की संभावना है.
दोपहर दो बजे आप के मंत्री मनीष सिसोदिया विश्वास मत पेश करेंगे जिसके बाद इसपर शाम 5 बजे तक बहस होगी. 5 बजे के बाद इसपर वोटिंग होगी. फिलहाल अरविंद केजरीवाल अपने कौशांबी स्थित घर से विधानसभा के लिए निकल चुके हैं. विश्वास मत से पहले केजरीवाल ने कहा कि हमें सत्ता जाने का डर नहीं है. हम आम लोगों की सेवा करने आये हैं और हम भी आम आदमी ही हैं.
दिल्ली विधानसभा ने कल नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने की औपचारिकता पूरी कर ली. कार्यवाहक अध्यक्ष मतीन अहमद ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य मंत्रियों समेत नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई. अहमद कांग्रेस के विधायक हैं. विधानसभा में केजरीवाल सरकार के कल विश्वास मत हासिल करने से पहले कांग्रेस ने आज साफ कर दिया कि वह आप सरकार को अपना समर्थन जारी रखेगी और फैसले की समीक्षा करने का कोई सवाल ही नहीं उठता.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा, ‘‘हमने बाहर से आप सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है और हम उसकी समीक्षा नहीं कर रहे हैं. हम अपने फैसले पर कायम हैं. हमारी तरफ से सरकार को कोई खतरा नहीं है.’’ उन्होंने केजरीवाल की आशंकाओं को सही नहीं माना. केजरीवाल ने कल आशंका जताई थी कि उनकी सरकार के पास वादों को पूरा करने के लिए सिर्फ 48 घंटे का वक्त है.
मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘हमारे पास वादों को पूरा करने के लिए सिर्फ 48 घंटे हैं.’’ आप के 70 सदस्यीय विधानसभा में 28 विधायक हैं और विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 36 विधायकों की जरुरत होगी. इसके लिए उसे आठ विधायकों के समर्थन की जरुरत होगी. कांग्रेस के जहां आठ विधायक हैं वहीं भाजपा और उसके सहयोगी अकाली दल को मिलाकर कुल 32 विधायक हैं. जद (यू) के एकमात्र विधायक ने केजरीवाल सरकार को समर्थन देने की घोषणा की है जबकि एक निर्दलीय विधायक है. P.K.