विश्व बैंक नेपाल को 52.7 अरब रुपये का रियायती कर्ज देगा
काठमान्डू
विश्व बैंक से सरकार 52.7 अरब रुपये का रियायती कर्ज ले रही है। नेपाल इन रुपयों का इस्तेमाल व्यापार को विकसित करने और तकनीकी के क्षेत्र में करेगा। विश्व बैंक ने रविवार को इसकी जानकारी दी। विश्व बैंक ने एक बयान में बताया कि वह नेपाल को 52 अरब रुपये (411 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक का रियायती ऋण मुहैया कराएगा।
विश्व बैंक की नेपाल इकाई के बयान के मुताबिक, नेपाल सरकार और विश्व बैंक ने नेपाल की क्षेत्रीय परिवहन और व्यापार कनेक्टिविटी (ACCESS) परियोजना में तेजी लाने के लिए 34.96 अरब रुपये (277 मिलियन अमेरीकी डॉलर) और डिजिटल नेपाल त्वरण (डीएनए) परियोजना के लिए 17.79 अरब रुपये (140 मिलियन अमेरीकी डॉलर) के लिए रियायती वित्तपोषण समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
बयान में यह भी कहा गया है कि नेपाल सरकार की ओर से वित्त सचिव कृष्णा हरि पुष्कर और मालदीव, नेपाल और श्रीलंका के लिए विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर फारिस हदद-जेर्वस ने इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान नेपाल के वित्त मंत्री जनार्दन शर्मा और विश्व बैंक के दक्षिण एशिया के उपाध्यक्ष मार्टिन रायसर उपस्थित रहे।
वित्त सचिव कृष्णा हरि पुष्कर ने इस मौके पर कहा कि ये परियोजनाएं संपर्क और कारोबार को बेहतर बनाकर लोगों और कारोबार का डिजिटलीकरण करने के साथ ही क्षेत्रीय बाजारों में नेपाली कारोबार की पहुंच बढ़ाकर नेपाल की आर्थिक संभावनाओं के लिए नए विकल्प तलाशने में मदद करेंगी।