ओली से नाराज होकर प्रभु साह ने भी स्वतंत्र से उम्मीदवारी दी है
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर । नेकपा माओवादी केन्द्र पार्टी छोड़कर नेकपा एमाले के दामन पकड़े पूर्व मंत्री तथा एमाले स्थायी कमिटी के सदस्य स्वतंत्र उम्मीदवारी देकर सवको चौंका दिया। उनके एमाले में आने रौतहट ही नहीं पूरे मधेश बड़ी संख्या में लोग अन्य पार्टियों को छोड़कर एमाले की सदस्यता ग्रहण किये थे। इसमें कई पूर्व मंत्री, बिधायक, पूर्व मेयर, उप मेयर तथा पार्टी केपदाधिकारी शामिल थे। रौतहट में तो एमाले में प्रवेश की होड़ लग गयी थी। पूर्व संविधान सभासद चंदन साह, गौर के पूर्व मेयर अजय गुप्ता, मलंगवा के मेयर निरसल साह, पूर्व मंत्री अरविंद साह शामिल है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अजय गुप्ता, किरण साह सहित कई नेता कोएमाले से टिकट मिलने का पूरा भरोसा प्रभु साह ने दिलाया था लेकिन एमाले पार्टी उनके निकटतम नेताओं को एमाले ने टिकट नहीं दिया। इससे नाराज प्रभु साह ने स्वतंत्र से उम्मीदवारी दी है। विकास पुरुष के नाम से पूरे नेपाल में परिचित प्रभु साह को सभी पार्टियों के कार्यकर्ता की पहली पसंद होती है। उनके फॉलोवर्स हजारो की संख्या में है। जिसे सिर्फ प्रभु ही पसंद हैं। प्रभु साह के स्वतंत्र से चुनाव लड़ने से रौतहट जिला में एमाले में प्रतिकूल असर पड़ेगा। लेकिन अभी समय हैंकहीं के. पी. शर्मा ओली उन्हे मनाने में कामयाब हो।