मल्लिकार्जुन खड़गे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नये अध्यक्ष चुने गयें
काठमांडू, २० अक्टूबर– परिवत्र्तन समय की मांग है । यदि आप परिवर्तन को स्वीकार नहीं करेंगे तो पीछे रह जाऐंगे । भारतीय राजनीति में परिवर्तन को स्वीकार करने की कोशिश की जा रही है जिसका हिस्सा बन रही है कांग्रेस पार्टी । इसबार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रुप में मल्लिकार्जुन खड़गे चुने गए हैं । खड़गे ने सीधे मुकाबले में शशि थरूर को भारी मतों से हराया है । कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान परसो ही हो गया था । लगभग २४ साल के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद पर गाँधी परिवार के बाहर का कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद पर चुने गए हैं ।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के इतिहास में अगर जाए तो १३७ साल का इतिहास है कांग्रेस का । इतने सालों में छःबार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है । १९३९,१९५०,१९७७, १९९७, २००० और २०२२ । पूरे २२ साल के बाद इसबार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है । खास बात यह रही की २४ साल के बाद गाँधी परिवार के बाहर का कोई नेता अध्यक्ष पद के दावेदार हुए । इससे पहले सीताराम केसरी गैर– गाँधी अध्यक्ष रहें थे ।
९,८०० से ज्यादा कांग्रेस नेताओं ने मतदान किया था जिसमें से ७,८९७ मत खड़गे के पक्ष में पड़े । तो वहीं उनके विरोधी शशि थरूर को केवल एक हजार से ज्यादा मत ही मिली ।
कहा गया है कि खड़गे गाँधी परिवार के बहुत नजदीकी रहें हैं । उनकी गिनती गाँधी परिवार के बहुत करीबी और भरोसेमंद नेताओं में की जाती है । खड़गे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं ।
खड़गे का जन्म कर्नाटक के बीदर जिले में एक किसान के घर २१ जुलाई १९४२ को हुआ था । अपनी स्कूली शिक्षा समाप्त करने के बाद एक सरकारी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया । बाद में उन्होंने वकालत पास की और वकालत करने लगे ।
राजनीति में उनका मन हमेशा लगता था सो उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों से ही राजनीति शुरु की । वर्ष १९६९ में उन्होंने कांग्रेस में कदम रखा और १९७२ में पहली बार कर्नाटक के गुरमीतकल असेंबली सीट से विधायक चुने गए । यहाँ से वें ९ बार विधायक चुने गए । अपनी राजनीतिक करियर में वें सदैव आगे बढ़ते चले गए । और आज का देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद पर चुने गए हैं ।