उम्मीदवारों पर कारबाही करने के लिए निर्वाचन आयोग प्रमाण जुटा रही है
काठमांडू, १ नवम्बर — निर्वाचन आयोग ने आचारसंहिता का उल्लंघन करने वाले उम्मीदवारों पर कारबाही करने के लिए निर्वाचन क्षेत्र से ही प्रमाण जुटाने काम शुरु कर दिया है । माओवादी अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल के साथ ही १२ उम्मीदवारों के बारे में प्रमाण जुटाने का आयोग ने सोमबार को मुख्य निर्वाचन अधिकृत और प्रमुख जिला अधिकारी को निर्देशन दिया है ।
आचारसंहिता का उल्लंघन को लेकर शिकायत दर्ज के करने के बाद आयोग ने स्पष्टीकरण की मांग की थी । स्पष्टीकरण में उम्मीदवारों ने कहा कि हमने आचारसंहिता का उल्लंघन नहीं किया है । और इसे अस्वीकार करने के बाद आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकृत के कार्यालय से प्रतिवेदन मांगकर कारबाही के लिए प्रमाण जुटाने का काम शुरु किया है ।
गोरखा–२ में उम्मीदवारी दिन देने के लिए जाते समय बाजा बजाते हुए गए माओवादी अध्यक्ष दाहाल से आयोग ने स्पष्टीकरण मांगी थी । लेकिन दाहाल ने बाजा बजाने के बारे में कहा कि मुझे पता नहीं चला । लेकिन उम्मीदवारी देने के लिए जाते हुए पञ्चे बाजा बजाने का विडियो दाहाल के ही फेसबुक पेज में रखा गया था । वीरबहादुर बलायर, दीर्घबहादुर सोडारी, लक्षीराम आचार्य, बद्री मैनाली, विरोध खतिवडा, इन्द्र बानियाँ, मेटमणि चौधरी, उमाकान्त चौधरी, सीके राउत, दुर्लभ थापा, आदि पर भी शिकायतें दर्ज की गई थी । इन सभी ने आचारसंहिता उल्लंघन किया है या नहीं तीन दिन के भीतर ही प्रतिवेदन भेजने का आयोग ने निर्देशन दिया है ।
खाने पानी मन्त्री एवं बारा–१ के प्रतिनिधि सभा सदस्य उम्मीदवार उमाकान्त चौधरी ने निर्वाचन प्रचार प्रसार के क्रम में सरकारी गाड़ी का दुरुपयोग किया है आयोग ने स्पष्टीकरण की मांग की थी । निर्वाचन आचार संहिता, २०७९ का दफा ५ (क) अनुसार नेपाल सरकार के मन्त्रीयों ने चुनावी प्रचार प्रसार करते सरकारी स्रोत साधन के प्रयोग नहीं करने की व्यवस्था है । चौधरी ने सरकारी (लाल तथा नीले) नम्बर प्लेट बा२झ ५८६१ नम्बर कीे सरकारी गाड़ी के नम्बर प्लेट ही परिवर्तन करके बा१२च ७४३१ नम्बर के प्लेट रखकर प्रयोग करने की शिकायत पत्र में उल्लेख है । मुख्य निर्वाचन अधिकृत के कार्यालय और जिला प्रशासन ने चौधरी ने सरकारी गाडी प्रयोग किया है ये प्रतिवेदन आयोग में भेजा गया है साथ ही उन्हें १ लाख रुपए तक जुर्माना और उम्मीदवारी भी खारिज हो सकती है । चौधरी को आयोग ने १ लाख जुर्माना और उम्मीदवारी खारिज क्यों नहीं की जाए ये कहकर स्पष्टीकरण मांगी है ।
इसी तरह शहरी विकास मन्त्री मेटमणि चौधरी ने निर्वाचन क्षेत्र के बाढ़ी पीडित के नाम में चावल वितरण किया । इस पर आयोग ने स्पष्टीकरण मांगी थी । लेकिन चौधरी ने अपने उपर लगाए गए आरोप को गलत कहा है । इसी तरह मकवानपुर–२ के एकीकृत समाजवादी का उम्मीदवार विरोध खतिवडा और मकवानपुर–२ (२) के कांग्रेस उम्मीदवार इन्द्रबहादुर बानियाँ ने मनहरी क्याम्पस के विद्यार्थी से भ्रमण सहयोग के बदले १५ हजार रुपए उपलब्ध कराने के बारें में भी स्पष्टीकरण मांगी है । और भी बहुत सारे हैं
‘आयोग में आचारसंहिता उल्लंघन करने वालों में १सौ ५० से भी ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं । ५० से ज्यादा पर छानबिन की जा रही है । बहुत सी शिकायतों में सत्यता है सो हम और भी प्रमाण जुटाने में लगे हुए हैं । इससे पहले ही एकीकृत समाजवादी के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल ने मतदाताओं को विदेश भेजने का प्रलोभन दिया था जिसके बारे में भी स्पष्टीकरण के साथ ही कारबाही करने का प्रहरी तक को पत्र भेजने का आयोग ने निर्णय किया था । कात्तिक ३ गते को चलानी तैयार होने के बाद भी आयोग ने अभी तक कोई पत्र नहीं भेजा है ।