मधेशी दलों का एकीकरण केवल पद के लिये नही : उपेन्द्र यादव
विनय कुमार ,काठमाडू, ४ फागुन । मधेसी जनअधिकार फोरम नेपाल के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने कहा है कि मधेसवादी तीनो दलों के बीच केवल पद के लिये एकीकरणनही हो रहा है ।
गृह जिल्ला विराटनगर मे आज स्थानीय पत्रकारों के साथ बातचित करते हुये यादव ने कहा कि किसी को अध्यक्ष, संसदीय दल का नेता बनाने के लिये ही मात्र पार्टी का एकीकरण नही हो रहा है।
अलग अलग बटे मधेसवादी दलों की बिभाजित शक्ति को एक जगह लाने की कोशिस पार्टी एकीकरण व्दारा करने की बात यादव ने बतायी ।
तिन मधेशी दलों का एकीकरण होने की सम्भावना अब जल्द ही पुरा होने जा रहा है । तराई मधेश लोकतान्त्रिक पार्टीके अध्यक्ष महन्थ ठाकुर के नेतृत्व मे एकिकरण किया जाएगा । मधेशी जनअधिकार फोरम नेपाल के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव और सदभावना पार्टी के अध्यक्ष राजेन्द्र महतो ने सहमति भी जता दिया है। यादव और महतो ज्येष्ठता-वरिष्ठता के आधार पर ठाकुर को अध्यक्ष मानने के लिये तैयार हो गयें है ।
पार्टी एकीकरण हो जाने के बाद यादव और महतो दोनो कार्यकारी अध्यक्ष होंगे । यादव वर्तमान संविधानसभा के सदस्य है । इसलिए वे संसदीय दल के नेता बनेगें । महतो पार्टी संगठन प्रमुख की भुमिका मे रहेंगे । तिन दलों के अध्यक्षों को समान हैसियत दिए जानेकी बातपर सहमति हो रही है, एकीकरण पक्रियाके सभी बैठकों मे सहभागी एक नेता ने बताया । यादव इससे पहिले एकीकरण से दुर भाग रहे थे लेकिन हालसाल मे वे बहुत नजदिक आचुके है । एकीकरणकी खाका तयार करनेके लिए बनाया गया १५ सदस्यीय समिति ने तिनो दलो के तिनो नेताओ को अध्यक्ष बनाकर पार्टी एकीकरण किए जानेपर तिनोपार्टी के निचले तहतक सकारात्मक सन्देश जानेकी सुझाव सहित एक प्रतिवेदन दिया था । सदभावना अध्यक्ष राजेन्द्र महतो ने कहा–उपेन्द्रजी व्यस्त है, इसलिए एकीकरण मुर्त रुप नही लेरहा है, जल्द हि बैठक करके सहमति किया जाएगा । समिति ने दिया सुझाव के आधारपर एकीकरण पक्रिया आगे बढा है । यादव हालसाल अपनी गृहनगर विराटनगरमे होनेकी बात मजफो नेपाल पार्टी श्रोत ने बताया ।
एकीकृत पार्टी का नाम “लोकतान्त्रिक सदभावना फोरम” राखने पर करिब सहमति हो चुकी है । महाधिवेशन से पार्टीके नाम बदलकर भी आगे बढ् सकने कि विषयपर छलफल हुआ है । पार्टीके झन्डा मे लाल और हरा वा सफेद और हरा रङ्ग रखा जाएगा और बीच मे फोरम नेपाल ने प्रयोग किया हुआ एक तारा राखनेकी सहमती हुइ है । चुनाव चिन्ह सदभावना पार्टी के तीर रखी जाएगी ।
केन्द्रीय समिति मे कितने लोग होगें इसमे सहमती होना बाँकी है । एक अध्यक्ष, दो कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं समिल्लित समिति बनाने की बात बाहर आइ है । १५ से ३१ सदस्यीय कार्यसम्पादन समिति, ५५ से ६५ नेताओंकी राजनीतिक समिति और २५० से ३०० की केन्द्रीय समिति बनाने की गृहकार्य है । मधेशी दलोकी एकीकरणको लेकर बडे तिन दलोंमे हलचल मचरहा है ।