अमेरिका के प्रतिवेदन पर राप्रपा की असहमति, पार्टी द्वारा अमेरिका को पत्र
काठमांडू।




राप्रपा ने (आरपीपी) अमेरिका द्वारा हाल ही में जारी की गई “अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट-2022” से पर अपनी असहमति व्यक्त की है।
राप्रपा ने संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट पर अपनी असहमति जताई है जिसमें कहा गया है कि भारत की सत्तारूढ़ राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी और भारत में अन्य हिंदू समूह ‘हिंदू राज्य’ के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए पैसे दे रहे थे।
राप्रपा ने रिपोर्ट से अपनी असहमति व्यक्त की और नेपाल में अमेरिकी दूतावास के माध्यम से एक पत्राचार भेजा। राप्रपा के अध्यक्ष राजेंद्र लिंगदेन ने अमेरिकी राजदूत डीन आर. थॉम्पसन को एक पत्र लिखकर हाल ही में अमेरिका द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट से अपनी असहमति व्यक्त की है।
अध्यक्ष लिंगददेन ने यह भी कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट एकतरफा और पक्षपाती है। राप्रपा ने कहा, “रिपोर्ट एकतरफा पूर्वाग्रह को दर्शाती है, यही वजह है कि रिपोर्ट एक संतुलित, विश्वसनीय और यथार्थवादी रिपोर्ट पेश करने में पूरी तरह से विफल रही है।” इसके अलावा, रिपोर्ट राप्रपा से कोई राय या प्रतिक्रिया लेने में विफल रही है।’
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि राप्रपा ने बाहरी समर्थन और वह भी वित्तीय सहायता लेने की बात पर आपत्ति जताई है । उन्होंने राप्रपा की स्पष्ट दृष्टि का जिक्र करते हुए कहा “हम अपना एजेंडा और लक्ष्यों को स्थापित करने के लिए अपने मित्र देशों से सद्भावना और शुभकामनाओं का स्वागत करते हैं। हालांकि, राप्रपा किसी भी तरह के बाहरी हस्तक्षेप और वित्तीय सहायता को स्वीकार नहीं करता है,” ।
यह भी उल्लेख किया गया है कि रिपोर्ट नेपाल और अमेरिका के बीच के सम्बन्धों को खराब कर सकता है। पत्र में कहा गया है, “रिपोर्ट में लगाए गए व्यापक आरोप हमारी छवि को खराब करते हैं।”
पार्टी ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि वह संवैधानिक राजतंत्र में दृढ़ विश्वास और राष्ट्र के संरक्षक के रूप में सभी धर्मों के प्रति सम्मान के साथ खड़ी है।
