किडनी फेल्योर रोगी को होम्योपैथिक चिकित्सक उपेन्द्र साह ने चंगा किया
जनकपुरधाम/मिश्रीलाल मधुकर। जनकपुरधाम के होम्योपैथिक चिकित्सक उपेन्द्र साह ने दोनो किडनी फेल रोगी को चंगा किया । धनुषा जिला के चारनाथ नगरपालिका राधापुर के 35बर्षीय धनराज साह डा.उपेन्द्र साह को भगवान मानते हैं। उन्होंने बताया कि मेरा दोनों किडनी काम करना बंद कर दिया था। पटना, दिल्ली , काठमांडू में किडनी के बड़े बड़े डाक्टरों से दिखाया। लाखों रूपए ख़र्च किए लेकिन ठीक नहीं हुआ। डाक्टरों ने कहा कि किडनी बदलना पड़ेगा।मैं गरीब आदमी हूं।कहां से पचास लाख का बंदोबस्त करुं। डाक्टरों ने परिवार वालों को कहा कि यह अधिक से अधिक तीन महीने तक जीवित रह सकता है।इसी बीच हमारे रिश्तेदार ने डाक्टर उपेन्द्र साह से परामर्श लेने की सलाह परिवार वालों को दी।मूझे डाक्टर उपेन्द्र साह के पास लाया गया। उन्होंने ने होम्योपैथिक दवा शुरू की।एक सप्ताह के बाद पेशाब थोड़ा थोड़ा होने लगा।शरीर का सूजन भी कुछ कम हुआ।6महीने के इलाज के बाद जव जांच करवाया तो क्रिटीन 2से भी नीचे आ गया। यूरिया भी नारमल था।अव मैं विल्कुल स्वस्थ हूं।धनराज आप बीती बताते बताते रोने लगा।वे डाक्टर उपेन्द्र साह को भगवान मानते हैं। डाक्टर किडनी फेल्योर रोगी के अलावा नेपाल भारत के दो दर्जन कैंसर रोगी को चंगा किए हैं। सभी मृत्यु शय्या पर थे। होम्योपैथी इलाज से डाक्टर उपेन्द्र साह ने कैंसर , डायबिटीज ,ब्लड प्रेशर को भी जड़ से ठीक किया है। सामान्य वेश भूषा में रहने वाले होम्योपैथिक चिकित्सक उपेन्द्र साह को देखकर कुछ लोग इसे मिथ्या मानकर मजाक उड़ारहे थे लेकिन जव कैंसर, डायबिटीज , ब्लड प्रेशर , किडनी फेल रोगी को चंगा किए हैं रोगी ने आपबीती बताई है तो वही लोग अव उनका लोहा मानने लगा है। डाक्टर उपेन्द्र साह ने कहा कि होम्योपैथिक में सभी असाध्य रोगों का इलाज है लेकिन इसमें रोगी को धैर्य रखना होता है। डाक्टर के बताए बातों को अनुशरण करना होता है।दवा के साथ , धुम्रपान , शराब आदि को त्यागना होता है।