राजेश्वर नेपाली के अधूरे काम पूरा करना होगा : अधिवक्ता युगल
जनकपुरधाम /मिश्रीलाल मधुकर। स्व. राजेश्वर नेपाली के अधूरे काम को पूरा करना होगा। उपयुक्त बातें प्रमुख हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित हिन्दी के पुरोधा राजेश्वर नेपाली और हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि पद से बोलते वरिष्ट अधिवक्ता युगल किशोर लाल ने कहा है। उन्होंने आगे कहा राजेश्वर नेपाली अंतिम सांस तक हिंदी को नेपाल में मान्यता दिलाने के प्रयत्नशील रहे।आज उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना होगा। आगे उन्होंने कहा कि वे प्रजातंत्र स्थापना के लिए वे अखवार में लिखते थे। लेकिन क्रूर राजशाही शासन नेउसे कई वार जेल में डाल दिया। लेकिन वे विचलित नहीं हुए।उनका कलम निरंतर चलता रहा। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए गोरखापत्र के पूर्व प्रधान संपादक सीताराम अग्रहरि ने कहा कि अव हिंदी की अहमियत मधेशी विद्वान समझने लगे हैं।मधेशियों को अपने सेदूर करने के लिए हिंदी के साथ भेदभाव किया जाता है। राजनीति विश्लेषक डा.सी.के.लाल सहित अनेकों विद्वान हिन्दी में अपना वक्तव्य देते हैं। साहित्यकार सुदर्शन लाल कर्ण ने कहा कि जनकपुरधाम में हिंदी के प्रति। षड्यंत्र चल रहा है। मैथिली साहित्यकार,कवि हिंदी का विरोध करते हैं। लेकिन लाभ के लिए हिन्दी मंच का साझा करते है।यह हास्यास्पद है। हिन्दी भाषा अभियानी रमन पांडेय ने कहा कि राजेश्वर नेपाली द्वारा स्थापित हिंदी साप्ताहिक लोकमत तथा नेपाल हिन्दी प्रतिष्ठान को निरंतरता दी जाए। राघवेंद्र साह की अध्यक्षता में संपन्न इस कार्यक्रम में मनोज प्रमेश,श्री चन्द्र साह, उपेन्द्र भगत नागवंशी, भोगेंद्र लाल कर्ण,मधु अग्रहरि,रमेश कुमार साह, केवल शर्मा,डा.उपेन्द्र साह सहित कई लोगों ने बिचार रखें। कार्यक्रम संचालन पत्रकार श्री नारायण साह ने किया।