सुर्तीजन्य पदार्थ को नियन्त्रण करने में उद्योगी व्यवसायी का हस्तक्षे
नेपालगन्ज/(बाके) पवन जायसवाल । सुर्तीजन्य पदार्थ को नियन्त्रण करने में उद्योगी व्यवसायी की परोक्ष और अपरोक्ष रुप में हस्तक्षेप तथा प्रभावित करने की कार्य जारी ही रही है पाया गया है । स्वास्थ्य अधिकार तथा सुर्ती नियन्त्रण सञ्जाल ने की अध्ययन में नेपाल में सुर्ती उद्योगों ने नीतिगत तह में ही प्रभाव डालने की कारण सुर्ती की कर वृद्धि हो नही पाया उल्लेख किया गया है ।

विश्व के ८० मुलुक में किया गया सुर्ती नियन्त्रण में उद्योग की हस्तक्षेप सम्वन्धि अध्ययन प्रतिवेदन मंगलवार को सार्वजनिक करते हुये विज्ञों ने सुर्ती ने जनता की स्वास्थ्य मात्र विगाती ही नही समग्र सामाजिक, आर्थिक अवस्था विगारती है बताया ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डा. लोनिम प्रसाइँ ने सुुर्ती नियन्त्रण में नेपाल की स्थिति खराब होत गई है बताते हुये कहा, ‘गरीब ने सुर्ती और मदिरा में करनेवाली खर्च आम्दानी की ५० प्रतिशत से अधिक रही है पाया गया है और वो लोग शिक्षा और स्वास्थ्य से अधिक नशे को प्राथमिकता देते है इसी कारण इस को प्रतिवन्ध ही करना पडेगा ।’
धुम्रपान करनेवाले व्यक्ति क कारण धुम्रपान नकरने वाले व्यक्तियों को भी वतना ही असर करतै है इसी कारण से सार्वजनिक स्थलों में धुम्रपान निषेध करना तीन ही तह के सरकार को सहयोग करने की धारणा उन्हों ने रक्खा था ।
वरिष्ठ जनस्वास्थ्यविद् प्रा..डा..शरदराज वन्त ने सुर्ती स्वास्थ्य से मात्र सम्वन्धित तो ही है लेकिन बहुआयामिक होने की कारण से वह समग्र अर्थतन्त्र में भी असर करती है स्पष्ट किया था । जनता की स्वास्थ्य और समग्र जीवन ही खराब करने की तत्व को राज्य को कर उठाने की माध्यम के रुप में न लेकर प्रतिवन्ध करने की ओर जाना जरुरी है धारणा उन्हों रक्खा था ।
वह अवसर पर ललितपुर महानगरपालिका के प्रमुख चिरीबावु महर्जन ने सुर्ती नियन्त्रण के लिये बना कानून को कार्यान्वयन में महानगर के भित्तर प्रयास किया जा रहा है उल्लेख करते हुये आगामी नगरसभा में होटेल और रेष्टुरेन्टों में व्याप्त हुक्का प्रयोग करके युवाओं को कुलत में फसा रहने की काम के उपर पूर्ण रुप में प्रतिवन्ध लगाने की नियम पारित गराने के लिये प्रतिवद्धता व्यक्त किया ।
स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालय के अतिरिक्त सचिव डा. दिपेन्द्र रमण सिंह ने सुर्ती में मात्र नेपाली जनता ने वर्ष के १ खर्ब २१ अर्ब रुपैयाँ खर्च करते आ रहें है तथ्यांक प्रस्तुत करते हुये ९० लाख जनता ने सुर्ती सेवन करते आ रहें है और सुर्ती सेवन के कारण थप करोडौं रुपैयाँ स्वास्थ्य उपचार में खर्च होती रहती है दृष्टान्त उन्हों ने प्रस्तुत किया था ।
स्वास्थ्य अधिकार तथा सुर्ती नियन्त्रण सञ्जाल के राष्ट्रीय संयोजक शान्तलाल मुल्मी ने सुर्तीजन्य चीज को प्रवद्र्धन और उत्पादन करने में बन्देज की ही आवश्यकता रही है इस अवस्था में कानून बमोजिम सुर्तीमुक्त सार्वजनिक स्थल ही घोषणा कर नही सके है बताया । सुर्तीजन्य पदार्थ को बन्देज लगाये तो नाफाखोर उद्योगियों को बाहेक राज्य और जनता को फाइदा ही होने के लिये बताया ।
सुर्ती उद्योग की हस्तक्षेप सम्बन्धि अग्रणी अध्ययनकर्ता समेत रहे वरिष्ठ अभियन्ता शान्तलाल मुल्मी ने नेपाल की कानून ने और सुर्ती नियन्त्रण सम्वन्धी अन्तर्राष्ट्रीय अभिसन्धि (एफसीटीसी) गाइड लाइन ने भी कोई भी नाम में सुर्ती की प्रचारप्रसार करने के लिये न पाये उल्लेख किया तो भी सुर्ती उद्यमी ने चलाखीपूर्ण तवर से अपनी ब्राण्ड की प्रचार करना, सिकरेट(चुरोट) सेवन करने की उत्प्रेरणा देते है, कानून कार्यान्वयन में भाँजो डालने की काम निरन्तर रुप में हो रही है उल्लेख किया है ।
सुर्ती नियन्त्रण में उद्योग की हस्तक्षेप सम्बन्धि अध्ययन के अर्का अध्ययनकर्ता पूर्णभक्त दुवाल ने उद्योगी के प्रभाव के कारण से चुरोट सेवन को नियन्त्रण करना प्रहरी प्रशासन एकदम कमजोेर रही है पाया जाता है बताया ।
सुर्ती उद्योग ने गैरकानूनी तवर से सामाजिक उत्तरदायित्व के नाम में काम करके प्रचार करते आ रहें है, विभिन्न चलचित्रों में कलाकारों को धुम्रपान करने लगाते है, सुर्ती उद्योगी से सरकारी निकाय को कोई भी वैठक में वैठना नही है तो भी सरकारी निकायों ने बेवास्ता करते हुये वैठकों में सरोकारवालों के नाम में बैठने देते है बताया ।
अर्थ मन्त्रालय, वाणिज्य मन्त्रालय, गृह मन्त्रालय, उद्योग मन्त्रालय ने वैठक में सहभागी व्यक्तियों की नामावली सार्वजनिक नकरके अप्रत्यक्ष रुप में सुर्ती उद्योगी की बात सुनते रहे है और वो लोगों ने किया गया छलफल और निर्णय पारदर्शी नकरके हस्तक्षेप करते है अध्ययन से दिखाई पडी है जानकारी दुवाल ने दिया है ।
गैरसरकारी संस्था महासंघ नेपाल के अध्यक्ष रामप्रसाद सुवेदी ने जनता की स्वास्थ्य अधिकार के लिये नागरिक समाज ने निरन्तर दबाब देते आ रही है , लेकिन सरकार ने नही सुना है जैसी कर रहे हैं बताया ।
स्वास्थ्य अधिकार तथा सुर्ती नियन्त्रण सञ्जाल बागमती प्रदेश के संयोजक रत्नेश्वरी चवाल ने सुर्ती की कोई भी प्रचार प्रसार और प्रवद्र्धन करना होनेवाली कानूनी व्यवस्था होते होते भी सुर्ती उद्योग ने विभिन्न नाम में प्रायोजन में बजारीकरण कर रहे है बताते हुये स्थानीय और प्रदेश सरकार भी सुर्ती नियन्त्रण में संघीय सरकार काम नही कर रही है आरोप लगाया ।
स्वास्थ्य अधिकारकर्मी रेणु ताम्राकार ने सहजीकरण की थी वह कार्यक्रम में मधेश प्रदेश के संयोजक पार्थो सरकार ने भारत से होगी और नेपाल से होगी गैरकानुूनी सुर्ती व्यापार ने नेपाल कीे अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र में बेइज्जत होई रही है बताया ।
लुम्बिनी प्रदेश के संयोजक पूर्णलाल चुके ने कर के नाम में सुर्ती उद्योग खराब नही है लेकिन भ्रम करने की काम हो रही है और विद्युतीय चुरोटों न भी वतना ही नागरिक की स्वास्थ्य विगारने की काम तथ्य प्रस्तुत किया था । उन्हों कानून नियम कार्यान्वयन और नियमन करने निकाय की जिम्मेवार पदाधिकारियों की इच्छा शक्ति के उपर निर्भर होने की उल्लेख करते हुये २०६८ साल में कानून कार्यान्वयन होते ही बाँके जिला में तत्कालीन प्रहरी प्रमुख ने सञ्जाल को बहुत ही साथ और प्राथमिकता दिया था स्मरण कराया था ।
मंगलवार सार्वजनिक हुआ वह प्रतिवेदन अनुसार सुर्ती उद्योग ने सुर्ती नियन्त्रण ऐन और जनस्वास्थ्य ऐन की वर्खिलाप हो करके सुर्ती उद्योग ने विभिन्न विद्यालय को आर्थिक सहयोग देना, एम्बुलेन्स खरीद लगायत में सहयोग करके सुर्ती उद्योग खराब नही कहकर भ्रम डालते काम किया है ।
कोभिड के समय में विभिन्न अस्पतालों में अक्सिजन प्लान्ट बनाने के लिये सरकार ने सूर्य नेपाल से सहयोग ििकया गैरकानूनी रही है प्रतिवेदन में उल्लेख है सूर्य नेपाल को वर्षेनी सर्वोत्कृष्ट करदाताओं के रुप में राज्य से सम्मान करके कानून की धज्जी मात्र नही उडाये, राज्य ने सुर्ती उद्योग को प्रवद्र्धन कर रहे है प्रतिवेदन में उल्लेख रहा है ।
सूर्य चुरोट को प्रवद्र्धन करने के लिये सूर्य नेपाल के नाम में स्पोन्सर होती रहती है, सूर्य नेपाल गल्फ टुर अन्तर्गत के सूर्य नेपाल वेष्टर्न ओपन गल्फ प्रतियोगिता करके कानुून की खिल्ली उडाया गया है प्रतिवेदन में उल्लेख किया गया है ।
सूर्य नेपाल ने अपनी कम्पनी अच्छी है कहकर तनहुँ के शुक्ला गण्डकी नगरपालिका को एम्बुलेन्स सहयोग किया है । बारा के सिमरा में मुख्य कारखाना रहा प्रा.लि.के शुक्ला गण्डकी नगरपालिका–७ शेराटारस्थित चुरोट कारखाना के व्यवस्थापक बाबुराम कार्की ने नगर प्रमुख किसान गुरुङ को भन्सार छूट मेंं लाया गया १० लाख ५० हजार पडनेवाली महिन्द्रा कम्पनी के एम्बुलेन्स की चाबी हस्तान्तरण किया वह भी प्रतिवेदन में उल्लेख है ।
सूर्य नेपाल ने तनहुँ के शुक्लागण्डकी नगरपालिका और म्याग्दे गावँपालिका को ५० लाख रुपैयाँ आर्थिक सहयोग किया था । कम्पनी ने ‘कोभिड–१९ प्रकोप व्यवस्थापन कोष में क्रमशः शुक्ला गण्डकी नगरपालिका को ३० लाख और म्याग्दे गावँपालिका को २० लाख सहयोग किया है वह भी प्रतिवेदन में उल्लेख किया गया है ।
सूर्य नेपाल प्रालि ने नेपाली सेना और गैर सरकारी संस्था ‘सेन्टर फर रिसर्च एण्ड सस्टेनेबल डेभलपमेण्ट नेपाल’ से साझेदारी किया है तो भी सुर्ती नियन्त्रण में उद्योगों की हस्तक्षेप के रुप में लिया गया है । सफा हिमाल अभियान अन्तर्गत विश्व के सर्वोच्च शिखर सगरमाथा सहित अन्नपूर्ण और लोत्से की रुपैयाँ सहयोग लेकर सफाई किया गया था ।
सुर्ती की कोई भी प्रचार प्रसार और प्रवद्र्धन करना नही चाहिये कानूनी व्यवस्था होते ही तो भी सुर्ती उद्योगों ने विभिन्न नाम में प्रायोजन में बजारीकरण करते आ रहें है अध्ययन प्रतिवेदन में उल्लेख रहा है ।
सुर्ती नियन्त्रण में उद्योग की हस्तक्षेप व्याप्त रही है नेपाल विश्वभर के प्रतिवेदन में हस्तक्षेप नहोने के लिये मुलुकों की दूसरी श्रेणी में पडी है ।
स्वास्थ्य अधिकार तथा सुर्ती नियन्त्रण सञ्जाल के राष्ट्रीय संयोजक शान्तलाल मुल्मी ने स्वयम्सेवी भावना से किया है व्यक्तिगत पहल और खर्च में आयोजित वह प्रतिवेदन सार्वजनिक समारोह में सम्बन्धित मन्त्रालय के प्रतिनिधि, जन स्वास्थ्यविद्, स्वास्थ्य अधिकारकर्मी, चिकित्सक, पत्रकार, मधेश प्रदेश, वाग्मती प्रदेश, लुम्बिनी प्रदेश लगायत के प्रतिनिधियों सहित करीब ५० से अधिक लोगों की सहभागिता रही थी ।
