गुल्जार–ए– अदब द्वारा गजल गोष्ठी
नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल । बाँके जिला के नेपालगन्ज में रहें उर्दू साहित्यकारों की संगठन गुल्जार–ए– अदब ने अपनी मासिक गजल गोष्ठी भाद्र ३० गते शनिवार को किया है ।
गुल्जार–ए–अदब बाँके ने हरेक महीने के अन्तिम शनिवार को आयोजन करते आ रही मासिक गजल गोष्ठी में उर्दू साहित्यकारों ने मासिक गजल गोष्ठी कार्यक्रम करते आ रहें है उसी अनुसार महेन्द्र पुस्तकाल नेपालगन्ज के सभाहाल में वह गजल गोष्ठी में साहित्यकारों ने अपनी अपनी गजल वाचन किये थे । गजल गोष्ठी में “जो मुझको किसी और का होने नहीं देता ” मिश्ररा में उर्दू साहित्यकारों ने गजल वाचन किये थे ।
वह मासिक गजल गोष्ठी नेपालगंज के बायोबृद्ध उर्दू साहित्यकार मोहम्मद यूसुफ आरफी कुरैशी के अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ था । वह गजल गोष्ठी में भारत के मेराज शिवपुरी, लाल नानपारवीं, हयात नेपाली, सैयद असफाक रसूल नेपाली, सर्वर नेपाली, सचिव मोहम्मद मुस्तफा अहशन कुरैशी, अव्दुल हमीद सिद्दीकी भोला, मेराज अहमद हिमाल, मोहम्मद यूसुफ आरफी कुरैशी लगायत साहित्यकारों ने गजल वाचन किया था । कार्यक्रम में जाकीर हलवाई, जमील हाशमी लगायत लगायत लोगों की सहभागिता रही थी । वह कार्यक्रम की सञ्चालन सर्वर नेपाली ने किया था ।