बीरगंज तथा जनकपुरधाम में सरदार वल्लभ भाईपटेल की जयंती मनायी गयी
जनकपुरधाम/मिश्री लाल मधुकर। सरदार बल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती भारतीय बाणिज्य महादूतावास वीरगंज में सोमवार को मनायी गयी। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर ‘आज की दुनिया में एकता में सरदार वल्लभ भाई की प्रासंगिकता ‘बिषय पर परिचर्चा आयोजित की गयी थी। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता में सरदार वल्लभ भाई की अहम भूमिका हैं।वे एक ख्याति प्राप्त वकील थे। भारत स्वतंत्र हो गया लेकिन भारत में 562राजा रजबाड़े थे। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सभी छोटी बड़ी रियासतों को भारतीय संघ में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया।उनकी शानदार नेतृत्व व प्रशासनिक क्षमता को ही भारत के भौगोलिक राजनैतिक एकीकरण का श्रेय उन्हे जाता है। उनके साहसिक कार्य को देखते हुए गांधी जी ने लौह पुरुष की संज्ञा दी थी। उनका जन्म 1875को भारत के गुजरात राज्य में हुआ था तथा मृत्यु 15दिसंवर1950को हुआ।
बाणिज्य महादूत श्री देवी सहाय मीणा की अध्यक्षता में संपन्न इस कार्यक्रम में बरिष्ठ उद्योगपति अशोक बैद्य, बरिष्ठ पत्रकार चंद्र किशोर झा,सिपु तिवारी, ध्रुव साह, नेपाल भारत मैत्री संघ के प्रदेश अध्यक्ष रंधीर सिंह, बाणिज्य दूत शैलेन्द्र कुमार,शशि भूषण सिंह सहित दूतावास के पदाधिकारी तथा कर्मचारी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम संचालन बरिष्ठ बाणिज्य दूत तरूण कुमार ने किया। इसी तरह जनकपुर बौद्धिक समाज द्वारा भी सरदार वल्लभ भाई पटेल की148वीं जयंती राघवेन्द्र साह की अध्यक्षता में रवींद्र मेमोरियल हास्पीटल परिसर में मनायी गयी। रामेश्वर साह,दीपक साह,चंदन दूवे,प्रो.रमेश साह,प्रो.सुरेश साह, गयासुद्दीन साफी, शंभू साह,संजय साह सहित कई लोगों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व तथा कीर्तित्व पर प्रकाश डालें।


