कपिलवस्तु के तत्कालीन तीन वन अधिकृत सहित १९ लोगों के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुद्दा दायर
काठमांडू, फागुन ८– अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोग ने जिला वन कार्यालय कपिलवस्तु के तत्कालीन तीन वन अधिकृत सहित १९ लोगों के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुद्दा दायर किया है ।
अख्तियार द्वारा मुद्दा दायर करने वालों में तत्कालीन वन अधिकृत कृष्णदत्त भट्ट, तत्कालीन डिभिजनल वन अधिकृत दुर्गाबहादुर कार्की और गौतमबुद्ध साझेदारी वन व्यवस्थापन समिति कार्यान्वयन इकाई के तत्कालीन संयोजक एवं वन अधिकृत महेन्द्रराज वाग्ले हैं । अख्तियार ने सहायक वन अधिकृत ब्रह्मदेव महतो, रेन्जर हेमराज पण्डित, तत्कालीन सहायक वन अधिकृत शिवशंकर प्रसाद, सहायक वन अधिकृत टोलकराज चापागाईं, सहायक वन अधिकृत लालबाबु झा, सहायक वन अधिकृत गणेशकुमार थारु, तत्कालीन सहायक वन अधिकृत नागेन्द्र प्रसाद सिंह राजपुत, फरेस्टर रामरक्षा कुर्मी (चौधरी)के विरुद्ध भी मुद्दा दायर किया गया है ।
इसी तरह वनरक्षक सञ्जय थारु, सञ्जय केवट, रामगोपाल त्रिपाठी और वासुदेव गोडिया, फरेस्टर रमतु चौधरी, गौतमबुद्ध साझेदारी वन व्यवस्थापन समिति के तत्कालीन संयोजक÷अध्यक्ष जानकीप्रसाद यादव, गोरखा मनकामना काष्ठ फर्निचर उद्योग के सञ्चालक एकनाथ घिमिरे और एआर काठ दाउरा खरीद–बिक्री सेन्टर के प्रोपाइटर गीता जिसी के विरुद्ध अख्तियार ने भ्रष्टाचार का मुदा दायर किया है ।
अख्तियार द्वारा दायर किए गए मुद्दें में एकनाथ घिमिरे से नौ लाख ३९ हजार १३५ और गीता जिसी से १९ लाख ७३ हजार ५८ रुपया जुर्माना की बात कही है । और बाकी से सभी से २९ लाख १२ हजार १९३ रुपया जुर्माना की बात कही है ।
कपिलवस्तु के गौतमबुद्ध साझेदारी वन व्यवस्थापन समिति ने आर्थिक वर्ष २०७४÷७५ में ६ कटान प्लट के ३७ हजार क्युफिट काठ कटान करके अनियमितता की है । इस शिकायत के बाद ही अख्तिायर ने अनुसन्धान को आगे बढ़ाया था ।