प्रचण्ड का ‘भाइ मोह’
काठमांडू, फागुन २८ –
राजनीति में कब क्या हो जाए नहीं कहा जा सकता है । कब नेता अपनी बात से पलट जाए इसका कोई ठोर ठिकाना नहीं है । शाम में एक बात और दूसरे दिन दूसरी बात । अभी देश की राजनीति में कुछ ऐसी ही बातों को देखा जा रहा है । राष्ट्रीय सभाअध्यक्ष को लेकर एक गठबंधन टूट गया तो दूसरा जुड़ गया । उसके बाद भी नेताओं को शांति नहीं है । कल तक प्रधानमंत्री प्रचण्ड राष्ट्रीय सभाअध्यक्ष के नाम पर पार्टी जिसका नाम सर्वसम्मत से पास करेगी उनका नाम ही मनोनयान किया जाएगा कह रहे थे । लेकिन आज ही वह अपनी बातों से पलट गए और रिश्ते में रहे अपने भाई का नाम मनानयन के लिए आगे कर दिया । उनकी इस बात से पार्टी में कुछ लोग नाराज भी है । उनका कहना कि प्रधानमन्त्री निवास बालुवाटार में हुई माओवादी केन्द्र पदाधिकारी बैठक में प्रधानमन्त्री पुष्पकलम दाहाल ‘प्रचण्ड’ ने अपने रिश्ते के भाइ नारायण दाहाल कने राष्ट्रीयसभा अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया ।
फागुन २१ गते सत्ता समीकरण बदलने के साथ ही राष्ट्रीयसभा अध्यक्ष पद माओवादी के पक्ष में आया था ।
इसके बाद ही प्रधानमन्त्री निवास बालुवाटार में हुए बैठक में अधिकांश नेताओं ने राष्ट्रीयसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार में ६ वर्षे कार्यकाल का जिनका अनुभव है उनके नाम का मनोनयन किया जाए लेकिन इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया । यहाँ तक कि पार्टी में एक से एक काबिल, अनुभवी और पुराने नेता प्रशस्त होने के बाबजूद बैठक में नारायण दाहाल कोआगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया ।
सचिव चक्रपाणि खनाल ने सञ्चारकर्मी को जानकारी देते हुए कहा था कि बैठक में नारायण सहित राष्ट्रीयसभा की वर्तमान उपाध्यक्ष समेत रहे उर्मिला अर्याल और झक्कु सुवेदी को लेकर भी चर्चा चली थी ।
पार्टी के अधिकांश नेताओं ने कहना है कि प्रचण्ड ने ‘भाइ मोह’ के कारण इस तरह का फैसला किया है । कुछ नेताओं का कहना है कि नेपाल के वामपन्थी राजनीति में प्रचण्ड का जिताना योगदान है उससे कुछ भी कम दाहाल का नहीं है लेकिन उन्हें कभी वो जगह नहीं दिया गया । जब अध्यक्ष माओवादी के भाग में आने की बात हुई उसके बाद से ही उन्होंने अपने नाम को लेकर निरंतर दबाब देना शुरु किया ।
बैठक में सहभागी एक नेता के अनुसार बैठक की शुरुआत में अध्यक्ष प्रचण्ड ने भाइ नारायण सहित उर्मिला और झक्कु का नाम पेश किया था । उन्हौ.ने कहा था कि इन तीनों में से ही एक को अध्यक्ष पद मिलेगा लेकिन उनकी अभी की अवस्था से साफ दिखाई देता है कि उनका झुकाव अपने भाई के प्रति ज्यादा है ।