राष्ट्रीय मुक्ति क्रांति को लेकर जनकपुरधाम में आयोजित की गयी वृहत संवात्मक कार्यक्रम
जनकपुरधाम/मिश्री लाल मधुकर।नेपाल में वहुल राष्ट्रीय राज्य स्थापना को लेकर राष्ट्रीय मुक्ति क्रांति को लेकर वृहत संवात्मक कार्यक्रम जनकपुरधाम में आयोजित की गयी। इस कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि पूर्व उप प्रधानमंत्री राजेन्द्र महतो थे।इस अवसर पर प्रमुख अतिथि पद से बोलते हुए उन्होंने कहा कि नेपाल की आधी आबादी मधेश वाद से लेकर स्वदेश वाद की यात्रा तय करेगी। तीन करोड़ नेपाली जनता और विभिन्न राष्ट्रीयता के स्वाभिमान तथा पहचान के लिए वहुल राष्ट्रीय राज्य स्थापना हेतु वे दिन रात इस अभियान में जुटे हैं।
नेपाल के प्रसिद्ध दर्शन शास्त्री तथा क्रांतिकारी नेता बुद्ध छिरिंग मुक्तान ने कहा कि उदारवाद तथा मार्क्सवाद ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को ही नहीं जीवन और जगत दोनो को संकट में डाल दिया है।
कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय मुक्ति क्रांति के नेता केशव झा ने कहा कि खस शासक वर्ग मधेशी के साथ साथ आदिवासी तथा जनजाति को भी समान अधिकार से बंचित रखा हैं।अव अपने स्वाभिमान के लिए मधेशी तथा आदिवासी, जनजाति मिल कर लड़ाई लड़ेंगे। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राम नरेश राय, राजीव झा, संजय सिंह,सी.एन.थारू, सुमन सायमी, रविन्द्र श्रेष्ठ, कमला गुरूंग, बुद्धि राज तामांग, डा.विनोद साह, हिन्दी भाषा अभियानी रमन पांडेय, राम ज्ञान मंडल, संतोष मेहता, नेजामुद्दीन सोमानी सहित कई नेताओं ने विचार रखें।मंच संचालन संजय चौधरी ने किया। यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व उप प्रधानमंत्री राजेन्द्र महतो ने हाल में ही लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर इस अभियान में जुट गए हैं।