बागमती प्रदेश के मुख्यमन्त्री शालिकराम जम्कट्टेल आज लेंगे विश्वास मत
काठमांडू, सावन ६ – नेकपा एमाले ने माओवादी केन्द्र के साथ सत्तासाझेदारी को तोड़कर नया समीकरण बनाया । इसके बाद अल्पमत में आए जम्कट्टेल संवैधानिक व्यवस्था अुनसार आज विश्वास मत लेंगे । अल्पमत में १३ दिन के बाद प्रदेश सभा में दोपहर १ बजे विश्वास मत लेने की तैयारी में रहे जम्कट्टेल के पक्ष में केवल ३० सांसद देखे जा रहे हैं । उनके पक्ष में अपने दल नेकपा माओवादी केन्द्र के २१, नेकपा (एकीकृत समाजवादी)के ७ और हाम्रो नेपाली पार्टी के दो सांसद हैं ।
नेकपा एमाले, नेपाली कांग्रेस और राप्रपा ने उन्हें विश्वास मत नहीं देने का निर्णय कर लिया है । प्रतिपक्षी दल नेपाल मजदूर किसान पार्टी (नेमकिपा) भी जम्कट्टेल के विपक्ष में ही है ।
असार २४ में एमाले ने सरकार को दिया अपना समर्थन वापस ले लिया । इस समर्थन वापस लेने के बाद ही जम्कट्टेल अल्पमत में आ गए थे । प्रदेश सभा के दूसरे कार्यकाल के लिए २५ पुस से २०७९ तक जम्कट्टेल मुख्यमन्त्री थे ।मुख्यमन्त्री जम्कट्टेल ने १८ महीने में तीन बार विश्वास मत लिया है और सत्ता को टिकाए रखा था । सत्ता समीकरण परिवर्तन के साथ ही जम्कट्टेल ने ३ माघ २०७९ में पहली बार विश्वास मत लिया था । एमाले के सरकार छोड़ने के बाद कांग्रेस, एकीकृत समाजवादी के समर्थन में १० चैत में दूसरी बार और कांग्रेस द्वारा सरकार छोड़ने के बाद १९ चैत २०८० में एमाले, एकीकृत समाजवादी, हाम्रो नेपाली पार्टी के समर्थन में तीसरी बार विश्वास मत लेकर सरकार को टिकाए रखा । उन्होंने पहली बार में १०५ सांसद, दूसरी बार में ६७ सांसद और तीसरी बार ५६ सांसद का विश्वास मत प्राप्त किया था ।
११० सदस्यीय बागमती प्रदेशसभा में सरकार गठन के लिए कम से कम ५६ सांसदों के समर्थन की आवश्यकता है । कांग्रेस और एमाले को मिलाकर ६४ सांसद हैं । बागमती प्रदेशसभा में सात राजनीतिक दल की प्रतिनिधित्व है जिसमें सबसे बड़े दल कांग्रेस के ३७ और एमाले के २७ सांसद हैं । माओवादी केन्द्र के २१, राप्रपा के १३, एकीकृत समाजवादी के ७, नेमकिपा के ३ और हाम्रो नेपाली पार्टी के २ सांसद हैं ।