नागरिकों के बीच साल्ट ट्रेडिङ ने प्रशंसनीय काम किया हैः सिईओ उर्मिला श्रेष्ठ
काठमांडू, १२ सितम्बर । साल्ट ट्रेडिङ कर्पोरेशन की प्रमुख कार्यकारी अधिकृत (सिईओ) ने कहा है कि कम्पनी ने आम नागरिकों के बीच प्रशंसनीय काम किया है । उनका मानना है कि साल्ट ट्रेडिङ ने नागरिकों की घर–घर पहुँच कर सेवा दी है । साल्ट ट्रेडिङ कर्पोरेशन की ६१वीं वार्षिकोत्सव के अवसर पर उन्होंने ऐसा कहा है ।
साल्ट ट्रेडिङ कर्पोरेशन स्थापना की ६१ साल पूरा कर ६२ साल में प्रवेश की है । इस अवसर पर आयोजित वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए सिईओ श्रेष्ठ ने कहा– ‘भूकंप और कोभीड के समय में हम लोग आप उपभोक्त के घर–घर पहुँचे हैं । सरकार ने भी कार्य क्षेत्र को व्यापक बनाने के लिए और अत्यावश्यक उपभोग्य सामाग्रियों की उत्पादन एवं शुपथ मूल्य में वितरण के लिए प्रोत्साहित किया है । ऐसी परिस्थिति में कर्पोरेशन गौर्वान्वित है ओर अपनी दायित्व निर्वाह के लिए प्रतिबद्ध हैं ।’
सिईओ श्रेष्ठ के अनुसार आज के दिन कर्पोरेशन की ओर से कृषि क्षेत्र विकास के लिए काम हो रही है । जिसके अन्तर्गत अनुदानित और गैर अनुदानित रसायनिक खाद्य की आयात और वितरण का काम जारी है । आधुनिक प्रविधि में आधारित घर निर्माण कर वितरण करने की तैयारियां भी भी हो रही है । उन्होंने कहा है कि भावी दिनों में सेवा क्षेत्र को और बढ़ावा दी जाएगी । वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर ५६ व्यक्तियों ने रक्तदान भी किया है ।
इसीतरह साल्ट ट्रेडिङ कर्पोरेशन के लिए संचालक समिति अध्यक्ष प्रदीपलाल श्रेष्ठ कहा है कि कर्पोरेशन अपनी उद्देश्य अनुसार काम कर रही है । उनका मानना है कि गुणस्तरीय दैनिक उपभोग्य सामाग्रियों को शुपथ मुल्य के साथ नागरिकों में पहुँचाने का काम कर्पोरेशन की ओर से जारी है । उन्होंने यह भी कहा कि कर्पोरशन सिर्फ व्यपार करती है, ऐसा नहीं है बल्कि सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी उतना ही क्रियाशील है ।
स्मरणीय है, कर्पोरेशन की ओर से समाजिक क्षेत्र में योगदान करनेवाले व्यक्तित्व तथा कम्पनी के लिए उत्कृष्ट काम करनेवाले कर्मचारी तथा उनके सन्तति को हर साल विविधि पुस्कार से सम्मानित किया जाता है । जिसके अन्तर्तत संस्था के आदर्श पुरुष हेम बहादुर मल्ल के नाम से स्थापित सम्मान नेपाल जन प्रशासन संघ की सहर्काय वितरण हो चुका है । जतिन गौतम, निमास्य लामा, टुलेश्वर प्रसाद साह, बसन्त कुमार यादव, याम बहादुर मगर, संकेत भट्टराई, प्रकाश बहादुर धामी, धन बहादुर झाक्री मगर, डिल बहादुर मल्ल आदि को इसके अन्तरगर्त सम्मान किया गया है ।