पुत्र के दीर्घायु के लिए जितिया पर्व सोमवार से प्रारंभ
जनकपुरधाम/मिश्री लाल मधुकर । पुत्र के दीर्घायु के लिए मिथिलांचल में मनायें जाने वाला पर्व जितिया सोमवार से प्रारंभ हो गयी है।महिला में सरोवर तथा नदी में स्नान कर नेनुआ (घीरा)के पत्ते पर तेल ,खरी चढ़ाकर जितिया पर्व प्रारंभ की है। मंगलवार की तड़के चूड़ा,दही,अमोठ मिष्ठान अपने पितरों को अर्पित कर भोजन करेगी। दो दिनों तक पूर्णत: उपवास रहेगी।इन अवधि में एक बूंद पानी भी नहीं पी सकती हैं। इसलिए इसे कठोर व्रत की संज्ञा दी गयी है।इसरार जितिया का पारन बुधवार की सायं 5.30वजे है।आज जितिया पर्व करने वाली महिलाएं मरुआ की रोटी, नोनी की साग तथा मछली खाने की बाध्यता है, लेकिन शाकाहारी महिलाएं मरूआ की रोटी, नोनी की साग खाती है। जनकपुरधाम के गंगासागर, अंगराग सर , नोचा पोखर , दूधमती नदी सहित अन्य सरोवरों में स्नान करने के लिए महिलाओं की काफी भीड़ थी। भगवान भास्कर के रौद्र रूप से जितिया व्रती को इस वार काफी परेशानी होगी।