पाकिस्तान में दूसरी खुफिया एजेंसी बनाना चाहते थे पेनेटा
वाशिंगटन. पाकिस्तान के एक लेखक ने खुलासा किया है कि अमेरिका की योजना पाकिस्तान में एक समानांतर खुफिया एजेंसी बनाने की थी। सीआईए प्रमुख रहने के दौरान लियोन पेनेटा ने यह योजना व्हाइट हाउस को दी थी। अपनी नवीनतम पुस्तक ‘पाकिस्तान ऑन द ब्रिंक द फ्यूचर ऑफ अमेरिका, पाकिस्तान और अफगानिस्तान’ में चर्चित पाक लेखक अहमद राशिद ने कहा कि रक्षा मंत्री पेनेटा ने सीआईए प्रमुख रहने के दौरान सितंबर 2009 के बाद यह सुझाव दिया था। विकिंग द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक सोमवार को बाजार में आई है। राशिद ने कहा, पेनेटा की योजना पाकिस्तान के अंदर गुप्त रूप से आतंकवाद निरोधी अभियान चलाने की थी। उन्होंने इस संबंध में एक सूची भी ओबामा को उपलब्ध कराई थी। उन्होंने कहा, ‘पेनेटा की सूची में ड्रोन हमले तेज करना, सीआईए एजेंटों की संख्या बढ़ाना और एक समानांतर खुफिया एजेंसी का गठन करना शामिल था।’ पेनेटा चाहते थे कि इस खुफिया एजेंसी की खबर आईएसआई को भी न हो। लेखक ने कहा कि सीआईए के सुझावों को स्वीकार कर लिया गया था, लेकिन जल्द ही पाकिस्तान के साथ रिश्तों में खटास आ गई।
‘तालिबान’ जैसी बेहद लोकप्रिय किताब लिखने वाले राशिद ने पाकिस्तान के अंदर इस तरह की समानांतर खुफिया एजेंसी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा है कि 2011 के बाद देश में सीआईए की भूमिका कई गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा, 2011 में सीआईए 30 प्रिडेटर और रेपेर ड्रोन संचालित कर रही थी। वह फाटा के अंदर पाकिस्तानी एजेंटों का नेटवर्क चला रही थी, जो उन्हें पल-पल की सूचना देते थे।