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बढ़ रहे हैं हत्यारे और सार्वजनिक अपराधी

काठमांडू, ११ भाद्र ।
विगत तीन वर्षों का तथ्यांक देखें तो पता चलता है कि देश में हत्यारें और सार्वजनिक अपराधियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है । यह तथ्यांक देशव्यापी अध्ययन कर नेपाल पुलिस ने तैयार की है । तथ्यांक के अनुसार पिछले तीन सालों में सार्वजनिक अपराध, ज्यान लेवा आक्रमण (हत्या) और बैंकिङ कसुर संबंधी अपराध में वृद्धि हुआ है । देशभर के पुलिस कार्यालय में दर्ज मुद्दों के आधार में यह तथ्यांक तैयार की गई है ।
आर्थिक वर्ष २०७३÷०७४ के अवधि में देश भर के पुलिस कार्यालय में सूचीकृत मुद्दा के अनुसार १० हजार ५४ सार्वजनिक अपराध संबंधी मुद्दा को सूचीकृत किया गया है । पिछले एक साल में सार्वजनिक अपराध में अधिक वृद्धि हुई है । पुलिस तथ्यांक के अनुसार आर्थिक वर्ष २०७२÷०७३ के तुलना में ०७३÷०७४ में १ हजार ६३ ज्यादा सार्वजनिक अपराध संबंधी मुद्दा को सूचीकृत की गई है । यह तथ्यांक पिछले तीन सालों में से सबसे ज्यादा है ।
इस अवधि में जान लेवा हमला संबंधी घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हुई है । आर्थिक वर्ष २०७२÷०७३ में ५ हजार ३ सौ ९२ जान संबंधी अपराध हुआ था । लेकिन ०७३÷०७४ में ५ हजार ९ सौ ४ जान संबंधी अपराध सूचीकृत हुआ है । पिछले चार सालों में जान संबंधी अपराध में बढ़ोत्तरी हो रहा है । आर्थिक वर्ष २०७०÷०७१ में ऐसी अपराध ४ हजार ६ सौ ८७ हुआ था । चार साल में उसमें १ हजार २ सौ १७ ने वृद्धि हुआ है ।
इसी तरह इस अवधि में बैंकिङ कसुर संबंधी अपराध में भी वृद्धि हुई है । पुलिस तथ्यांक के अनुसार आर्थिक वर्ष २०७१÷०७२ में सिर्फ ३६ बैंकिङ कसुर संबंधी मुद्दा दर्ज किया गया था । लेकिन आर्थिक वर्ष ०७३–०७४ में आकर बैंकिङ कसुर संबंधी अपराधों की संख्या ९३ पहुँची है । इस अवधि में सिर्फ पश्चिमाञ्चल में ५२ और काठमांडू उपत्यका में २२ बैंकिङ कसुर संबंधी मुद्दा दर्ज किया गया है ।
तुलानात्मक रुप में पिछले आर्थिक वर्ष के तुलना में इस आर्थिक वर्ष में अपराधजन्य मुद्दा में १० दशमलव १५ प्रतिशत ने वृद्धि हुआ है । समग्र में आर्थिक वर्ष २०७२–०७३ में २८ हजार ५ सौ ६३ मुद्दा पुलिस में सूचीकृत किया गया था तो आर्थिक वर्ष २०७३–०७४ में ३१ हजार ४ सौ ६२ मुद्दा सूचीकृत किया गया है ।



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