कतार में गैर-आवाशिय मधेसी संघ द्वारा छठ पर्व : राकेश मैथिल (फोटो फीचर सहित )
दोहा, कतार 27 अक्टोबर २०१७ । मधेस के लोग जहाँ भी रहे अपने सभ्यता ओर संस्कृति को नहीं भुलते , यहि इनकी एक बड़ी पहचान मानी जाती है। ओर बात जब महान पर्व छठ की हो तो उसे कैसे भुला जाये। मधेस के रहने बाले लोग जो कतार मे रोजगारी की शिलशिला मे गये हुये , वह सब मिलकर गैर–आवाशिय मधेसी संघ (NRM-A)कतार के आयोजना मे हुवे छठ पर्व मे सामिल होके धुमधाम से मनाया गया। इसमे दोहा कतार मे रहे सभी संघ संस्था, बुद्धिजीवी, साहित्य से जुरे ओर सम्पुर्ण मधेसी गण को आमन्त्रित किया गया था। सबों ने इस महान पर्वमें अपनी सहभागिता जनाई।
रातभर समुन्द्रकि किनारे बैठकर जागरण भि किया था। मधेस की संस्कृति,सभ्यता ओर छठ पर्व का इतिहास के उपर जागरण हुवा था। इससे कार्यक्रम मे मधेस की संस्कृति,सभ्यता उपर जागरण के माध्यमसे लोगो को जागृत भी किया गया था। मधेस से जुरे सान्स्कृतिक प्रोग्राम , गित, कविता वाचन भी किया गया । साथ साथ कार्यक्रम मे सहभागी हुये लोग छठ ओर मधेस के सभ्यता उपर अपनी अपनी धारणा भी रखी थी । गैरआवासीय मधेसी संघ कतारका अध्यक्ष हिमालिनी से बात करते हुये कहाँ कि हम मधेसी जहाँ भी रहेंगे वहाँ पर संस्कृति ओर सभ्यता पर कोइ आच नही आने देङगे। मधेस एक आध्यात्मिक ओर संस्कृति के धनी है। (राकेश मैथिल)