Fri. Feb 14th, 2025
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मेरे तो भगवान तुम्हीं हो

राघव रमण

मै ठहरा बालक अबोध सा
मेरी बुद्धि ज्ञान तुम्ही हो
कोई पूजे कृष्ण राम को
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

नौ महीने तक तुमने मुझको
अपने खून से है सींचा
कष्ट सहे है अनगिनत तुमने
पर मुट्ठी कभी नही भींचा
सकल सृष्टि की मान तुम्ही हो
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

तुमने अंगुली पकड़ के अपनी
चलना हमको सिखलाया
और बिठा के कन्धे अपने
सारे जग को दिखलाया
सहनशक्ति का अभिमान तुम्ही हो
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

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जन्म लिया तब रोया था
उस रोने पर हँसी थी तू
पर फिर तूने ध्यान रखा कि
फिर से मंै कभी न रोऊ
ममता की गान तुम्ही हो
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

जब खुद ही चलने लगा मैं
फिर तुमने न छोड़ा हाथ
भटक न जाऊँ इस दुनिया मे
तुमने हरपल दिया है साथ
आत्मबल की खान तुम्ही
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

जब भी रूठा मुझे मनाया
मेरे दुःखों को अपनाया
अपना दुःख कभी न बताया
रोककर आँसु जग को हँसाया
माँ मेरी आत्मसम्मान तुम्ही हो
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

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मेरी जिद को अपनाया तूने
अपनी जिद को टालकर
मेरे लिये बहाया तूने
खून पसीना दिन दिन तक
पापा मेरे लिये अभिमान तुम्ही हो
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।
तुम दोनों से बसती है मेरी दुनिया
हो तुम दोनों तो नही है कोई कमियाँ
सह लूँगा सारे दुःख कष्ट और यातना
रहना हमेशा संग यही है प्रार्थना
माता पिता सकल सृष्टि की जान तुम्ही हो
मेरे तो भगवान तुम्ही हो ।।

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