दुनिया में सबसे ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण भारतीय प्रधानमंत्री माेदी ने किया
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को गुजरात के केवड़िया में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ राष्ट्र को समर्पित किया. सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा उनकी जयंती पर गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित केवड़िया में राष्ट्र को समर्पित की गई. यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है. पीएम मोदी इस अवसर पर जन समूह को संबोधित भी करेंगे. मोदी ‘वाल ऑफ यूनिटी’ का भी उदघाटन करेंगे. वे ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के सामने प्रार्थना करेंगे. प्रधानमंत्री संग्रहालय, प्रदर्शनी और दर्शक दीर्घा का अवलोकन भी करेंगे. 153 मीटर ऊंची इस दर्शक दीर्घा में एक समय में अधिकतम 200 आगंतुक उपस्थित हो सकते हैं. यहां से सरदार सरोवर बांध, इसके जलाशय और सतपुड़ा एवं विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं का मनोरम दृश्य नजर आता है. प्रतिमा को राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान भारतीय वायु सेना के विमान फ्लाईपास्ट करेंगे. इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक दल इस अवसर पर कलाओं का प्रदर्शन भी करेंगे.
- करीब 44 माह के रिकार्ड समय में निर्मित इस प्रतिमा पर करीब 2332 करोड़ रुपये की लागत आई।
- प्रतिमा के निर्माण में 70,000 टन सीमेंट, 22,500 टन स्टील व 1,700 मीट्रिक टन तांबा लगा है।
- प्रतिमा भूकंप रोधी है जो 6.5 तीव्रता के भूकंप को सहन कर सकती है और 220 किमी प्रति घंटा की तेज हवा का सामना कर सकती है।
- चार धातुओं से बनी इस प्रतिमा को जंग छू भी नहीं सकेगा। निर्माण में 85 फीसद तांबा का उपयोग किया गया है।
- अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में पांच साल लगे थे। चीन में बुद्ध की प्रतिमा के निर्माण में करीब 90 साल लगे थे।