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Continue to Chatगिरा मैं कहीं तो अकेले में रोया, गया दर्द से घाव भर धीरे-धीरे : राम दरश मिश्र https://www.himalini.com/90504/20/11/08/
गिरा मैं कहीं तो अकेले में रोया, गया दर्द से घाव भर धीरे-धीरे : राम दरश मिश्र https://www.himalini.com/90504/20/11/08/