हुसैन खान व भोलाशंकर तिवारी का बयान शुक्रवार को भी नही ली जा सकी ।
विराटनगर से वरुणमाला । पिछले 9 नवंबर को झापा जिला के काकड़भीटटा स्थित सरवार होटल परिसर से गिरफतार अररिया बिहार लोजपा विधायक जाकीर हुसैन खान तथा पूर्व जोगबनी नगर पंचायत अध्यक्ष भोलाशंकर तिवारी की गिरफतारी के बाद सुनवार्इ हेतु काठमांडू सिथत सर्वोच्च अदालत से मिसिल कागजात के नही पहुंचने से बहस का काम नही हो सका है। नेपाल के प्रसिद्ध उधोगपति तुलसीराम अग्रवाल के अपहरण मामले में मोरंग पुलिस के निगरानी मे रहे लोजपा विधायक जाकीर हुसैन खान व पूर्व नगर अध्यक्ष भोलाशंकर तिवारी का बयान शुक्रवार को भी नही ली जा सकी। काठमांडू के सर्वोच्च अदालत में मुददा संबंधी कागजात (मिसिल) नही पहुंचा जिस कारण से उन्हें बिना बयान कराये पथरी पुलिस कैंप भेजा गया। मोरंग के डीएसपी उमा प्रसाद चतुर्वेदी ने बताया कि मिसिल काठमांडू से पोस्ट आफिस के माध्यम से चला है जो लगातार पूजा के बंदी के कारण यहां नहीं पहुंच सका। अब अगला सुनवार्इ रविवार को होगा। मोरंग पुलिस कस्टडी में रहे विधायक श्री खान ने हिमालिनी से संक्षिप्त बातचीत में बताया कि हम न्यायालय का सम्मान करते है देर सही इंसाफ जरूर मिलेगा। श्री खान ने बताया कि जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें नेपाल प्रशासन से काफी सहुलियत मिल रही है।
पप्पू देव का मामला जिला अदालत से पुनरावेदन अदालत फिर सर्वोच्च अदालत में है। विधायक श्री खान के गिरफतारी के बाद मोरंग जिला अदात ने सर्वोच्च अदालत से सुनावार्इ संबंधी उक्त कागज मिसिल हेतु सर्वोच्च अदालत को पत्राचार किया, सर्वोच्च अदालत कानूनी प्रकि्रया के तहत उसे पोस्ट आफिस के माध्यम से जिला अदालत मोरंग को भेजा है जिसके पहुंचने में विलंब हो रही है। मोरंग जिला अदालत के श्रेस्तेदार भीष्म प्रसार्इ भी मामले का पुषिट करते हुए कहते है कि मिसिल के पहुंचते ही सुनवार्इ संबंधी काम शुरू हो जायेगा।
इधर शुक्रवार को भी जिला प्रहरी कार्यालय मोरंग में विधायक श्री खान से मिलने दूर दराज से पार्टी कार्यकर्ता व अन्य शुभचिंतक पहुंचे इस दौरान प्रहरी कार्यालय के समीप भीड़ भाड़ सा नजारा दिखा।
मोरंग पुलिस कड़ा सुरक्षा व्यवस्था के बीच पथरी से श्री खान तथा पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष को विराटनगर लाया फिर उन्हें वापस पथरी वापस पथरी कैंप ले गये।