कंकरीट के जंगल में लौट आया है अपना गाँव, क्योंकि आजकल सन्नाटा बोलता है :श्वेता दीप्ति
आजकल सन्नाटा बोलता है श्वेता दीप्ति घर की खामोश दीवारों पर डोलती तनहाई जकड़ लेती
आजकल सन्नाटा बोलता है श्वेता दीप्ति घर की खामोश दीवारों पर डोलती तनहाई जकड़ लेती
डा.श्वेता दीप्ति, २६ मार्च २०२०| एक सप्ताह पहले सरकार ने चीन और भारत के सभी
जब हम उसका रेप कर रहे थे, तब उसे हमें रोकने की
‘बड़े भाग मानुष तन पावा’ उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः । न हि सुप्तस्य सिंहस्य
जन्मदिन विशेष “मैं क्या कहता ∕ चूँकि जिस साल मेरा जन्म हुआ था, उसी वर्ष
डॉ. श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक जनवरी 2020 |नेपाल वह सुरम्य राष्ट्र, जहाँ प्रकृति ने अपनी
प्रदेश नम्बर दो के मुख्यमंत्री श्री लालबाबु राउत गद्दी से वर्तमान परिवेश में प्रदेश नम्बर
डॉ श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक दिसंबर 2019 । वर्तमान में भारत की राजनीति पर सम्पूर्ण
भारत सरकार ने मकर संक्रांति पर 15 जनवरी को नेपाल को एक जोड़ी ट्रेन दिया
दूसरों को गिराने की निकृष्ट सोच से बच कर अगर हम खुद को उठाने की
डॉ श्वेता दीप्ति , काठमांडू । हिंदी दुनिया में सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषाओं
हर रोज एक नहीं, कई–कई बलात्कार की घटनाओं का समाचार हमारी निगाहों के सामने से
गुरु गोविंद सिंह जयंती सिख धर्म के 10वें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी की
डॉ. श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक नवंबर 2019 | रुपन्देही लुम्बिनी, नेपाल की पहचान बुद्ध देश
विकास के सपने और चीन का सहयोग डॉ. श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक अक्टूबर 2019 |
डॉ श्वेता दीप्ति, काठमांडू । इतिहास कभी मरता नहीं । आज वीर सावरकर की बहुत
श्वेता दीप्ति, हिमालिनी, नोवेम्बर | आतंकवादी संगठनों में एक चर्चित संगठन है, जम्मू कश्मीर लिबरेशन
आश्चर्य तो इस बात की है कि जो मुस्लिम इस्लामिक आतंकवाद शब्द का विरोध करते
डॉ श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक अगस्त , सितंबर 2019 | हर्ष और विषाद की छाया
हिन्दू संकृति और आस्श्विन मास हिमालिनी अंक अगस्त , सितंबर 2019 (सम्पादकीय ) | हिन्दू
डॉ श्वेता दीप्ति , सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला हिन्दी के छायावादी कवियों में कई दृष्टियों से
अपनी हिम्मत है कि हम फिर भी जिए जाते हैं जिन्दगी क्या किसी मुफलिस की
डॉ. श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक अगस्त 2019 |‘मैं सोने जा रहा हूं । कल सुबह
क्यों हार जाता है मन ? हिमालिनी,अंक अगस्त,2019 (सम्पादकीय)| आत्महत्या । एक डरावना शब्द । एक शब्द,
भगवान श्री कृष्ण और राधा का संबंध आमतौर पर पति-पत्नी का नहीं बल्कि प्रेमी-प्रेमिका के
हिमालिनी अंक जुलाई २०१९ | विपदा बोल कर नही आती पर कुछ विपदाएँ ऐसी हैं
डा श्वेता दीप्ति । एक ओर जहाँ नेपाल पुलिस अपने ‘प्रहरी मेराे मित्र’ अभियान को
नशा में डूबता युवा वर्ग हिमालिनी अंक जुलाई २०१९ | केन्द्रीकृत शासन व्यवस्था को परिवर्तन
आगे बढ़ने की होड़ में मानवता, नैतिकता और कृतज्ञता जैसे भाव आज लगभग समाप्त हो
निर्मम एवं कटु सत्य मौत जो मूक कर जाती है हमें और जता जाती है
हिमालिनी अंक जुन २०१९ | देश में संविधान जारी हुए चार वर्ष हो चुके हैं ।
हिमालिनी अंक जुन २०१९ |(सम्पादकीय) मित्र राष्ट्र भारत में एक बार फिर से भाजपा की
डा श्वेता दीप्ति विपदा बोल कर नही आती पर कुछ विपदाएँ ऐसी हैं जो लगभग
16 जुलाई । आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस दिन
हिमालिनी अंक मई २०१९ | चारुदत्त पिंगले धार्मिक गुरु हैं । आप भारतीय शहर गोवा से
शिवपुराण में कहा गया है कि दयालु मनुष्य, अभिमानशून्य व्यक्ति, परोपकारी और जितेंद्रीय ये चार
ईश्वर में हमारी आस्था हाेती है पर हम यह नही समझ पाते कि ईश्वर हम
क्या सचमुच नेपाल लोकतंत्र में साँस ले रहा है ? सवाल चाहे घोटालों का हो,
हिमालिनी, सम्पादकीय, अंक मई 2019 |विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता लोकतन्त्र की प्राणवायु की भांति
डा श्वेता दीप्ति, हिमालिनी, अंक जून २०१९ | मानव सभ्यता जितनी पुरानी है, उतनी ही
ढूँढते ढूँढते ख़ुद को मैं कहाँ जा निकला सरवर आलम राज़ ढूँढते
द्वन्द्व के आसारः त्रास में देश ! हिमालिनी, अंक अप्रील 2019 | रेशम चौधरी को
मई 25 2014 में जब भारतीय चुनाव में एक नाम छा गया था ताे फ्रांस
मीरा राजभण्डारी अमात्य, काठमांडू | विसंं १९७१ में बनारस से चन्द्र मासिक में प्रकाशित ‘स्त्री
डा. श्वेता दीप्ति, काठमांडू,२० मई २०१९ | यों तो तीन दिन बाद यह तय होगा
डा. श्वेता दीप्ति, काठमांडू | भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है
भारत के चुनाव परिणाम का विश्व पर असर
नारी को देवी नहीं सिर्फ इंसान समझें स्वभावो नोपदेशेन शक्यते कर्तुमन्यथा । सुतप्तमपि पानीयं पुनर्गच्छति शीतताम् ।।
हिमालिनी, अंक मार्च 2019 |भारत के पुलवामा में १४ फरवरी को हुए आतंकवादी हमले ने
डॉ. श्वेता दीप्ति,काठमान्डाै १२ गते बैसाख ( 25 april 2019) २०७२ बैसाख १२ गते का
बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो खुद को खुद की तराजु में तौलते होंगे
डा कृष्णजंग राणा रचित हिन्दी गजल संग्रह तलाश का आज हिमालिनी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम
2018 काफी अहम साल रहा। इस साल दोनों देशों के नेताओं की यात्राओं ने हाल
अग्नि में बैठकर अपने आपको पतिप्राणा प्रमाणित करने वाली स्फटिक सी स्वच्छ सीता में नारी
जब चला था तो अकेला था पर, अभी मधेश की जनता मेरे साथ है ः
हिमालिनी, अंक फेब्रुअरी 2019 |किसी भी पंथ विशेष या संप्रदाय को मानने वाले लोगों को
श्वेता दीप्ति, काठमांडू | रेशम चौधरी की उम्रकैद सजा या सफाया मधेश की राजनीति में
एकवर्णं यथा दुग्धं भिन्नवर्णासु धेनुषु । तथैव धर्मवैचित्त्यं तत्वमेकं परं स्मृतम् ।। आकाशात् पतितं तोयं यथा गच्छति
मधेश के विषय में दो दृष्टिकोण व्याप्त हैं । पहला मधेस, भूमि, समाज, सभ्यता, परम्परा,
डा. श्वेता दीप्ति, काठमांडू | मधेश के लिए आम तौर पर यह धारणा सदा से
प्राचीन नेपाल (मिथकीय युग) भारत और नेपाल का मिथकीय युग एकसाथ शुरू होता है । हिंदू
किन्तु आज विश्व नक्शे में कोई भी हिन्दू राष्ट्र नहीं है । क्या यह पतन की
‘यकीं है ये, मेरा दावा नहीं, कि दुनिया में कोई तुमसा नहीं’ तुम आज भी
सर्वग्राह्य हिन्दी भाषा को संवैधानिक दर्जा प्राप्त हो आज हिन्दी २२ देशों में करीब १००