किसकी गलती- किसको सजा
संविधान बनाने का अधिकार लेकर संविधान सभा पहुँचे सभासद व राजनीतिक दल सत्ता के ही
संविधान बनाने का अधिकार लेकर संविधान सभा पहुँचे सभासद व राजनीतिक दल सत्ता के ही
भारत की जायज चिंता भारतीय विदेश मंत्री के नेपाल भ्रमण के दौरान उन्होंने नेपाल सरकार
दर्पण का क्या मोल – विनीत ठाकुरर् दर्पण का क्या मोल अन्धों के शहर में ।
फेंगशर्इ के माध्यम से न सिर्फ घर के वास्तु दोषों को दूर किया जा सकता
चमकदार त्वचा, सुंदर आखें, मोती जैसे दाात और काले, लहराते बालों का सपना सच हो
भारतीय क्रिकेट टीम के वेस्टइंडीज दौरे के लिए जब एकदिवसीय टीम का ऐलान हुआ तो
बैनर : इरोज इंटरनेशनल मीडिया लि., एक्सेल एंटरटेनमेंट निर्माता : रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर निर्देशक
आम की लस्सी सामग्री ः १ आम, १ टी स्पून चीनी, १ कप दही, २-३
०४९ साल असार १५ गते । मेरी चार साल की बेटी निशा ने अपना जन्मदिन मनाने
आप के पार्ट नाम “नेपाल परिवार दल” क्यों रखा गया – – विश्व एक घर
चार वर्षों के लम्बे विवाद के बाद आखिरकार एकीकृत नेकपा माओवादी ने अंतत नेपाली सेना
१४ गते जेठ नेपाल की राजनीति में वरदान है या अभिशाप इस बात को आम
जेठ १४ की मध्यरात में जब संविधान सभा के कार्यकाल को बढाए जाने की बात
जिंदगी भी आदमी को कैसे-कैसे मोडों पर लेके जाती है, एक पल में क्या से
पश्चिम बंगाल की आबोहवा बदल गई है । लाल की लाली फीकी पड गई है । बर्तमान
जाम बहादुर नेपाली ! यह भी कोई नाम हुआ ! मैं भी आप से सोलहों
मैत्री सम्बन्ध चाहे दो व्यक्तियों के बीच हो या फिर दो देशों के बीच, वह
भ्रष्टाचार की परिभाषा विभिन्न प्रकार से की है । शाब्दिक अर्थ में भ्रष्टाआचरण -गलत कार्य) ही
अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की मौत से आतंक और आतंकी खत्म हरुइ मानना बिलकुल
सन् १९७७ में वाममोर्चा द्वारा संसदीय निर्वाचन से पश्चिम बंगाल के सत्ता पर आधिपत्य जमाने
नेपाल में जनगणना की शुरुआत के साथ ही भाषायी द्वंद्व बढने के आसार दिख रहे
पश्चिम तर्राई के जिलों में इन दिनों अपराध, अपहरण, फिरौती, हत्या का तो जैसे सिलसिला
पहले तय किए गए दो वर्षतथा बाद में बढÞाए गए १ वर्षमें संविधान नहीं बनने
पिछले तीन वर्षों के दौरान हमारे सभासदों ने संविधान तो नहीं बनाया लेकिन उनके लिए
संविधान बनाने के लिए हमने अपने सभासदों को तीन वर्षों का समय दिया और हम
विष्णु रिजाल
मार्क्सवादी साहित्य में बार-बार एक ही प्रकार की घटना की पुनरावृति होने पर उसे नियमित
पंकज दास
तीन महीना के लिए संविधान सभा की समय सीमा बढाए जाने के साथ ही अगले
जयप्रकाश गुप्ता
इस बात का संकेत बहुत पहले से ही मिलने लगा था । आखिर भीतर रहकर कब
लक्ष्मणलाल कर्ण
संविधान निर्माण के क्रम कई महत्वपर्ूण्ा विषयों पर विवाद अभी ज्यों का त्यों ही बना
प्रो . नवीन मिश्रँ
काश नेपाल में भी कोई अन्ना हजारे सरीखे गांधीवादी व्यक्तित्व होता, जो देश में शांति
समीप आती जाती है, त्यों-त्यों नेपाल में राजनीतिक महाप्रलय आने की त्रास र्सवत्र छा जाती