सरकार की मुख्य जिम्मेदारी बनती हैं : रामेश्वर राय यादव


हिमालिनी, अंक जुलाई 2018 । तराई क्षेत्रों मे अब बाढ़ के प्रभाव या बाढ़ के नुकसान का आकलन करना मुश्किल हैं, क्योंकि अभी भी बाढ़ से पूरी तरह बचने के लिए दीर्घकालीन रोकथाम का काम नहीं हुआ है । सालों से बाढ़ के कारण मरनें वालों की संख्या में कमी नहीं आई है । राजनीतिक अस्थिरता के कारण भी बाढ़ को रोकने के लिए कोई योजना नहीं आयी । बहुत अरसों बाद अभी के राजनीति में एक स्थिर सरकार आई है । मुझे लगता हैं कि यें सरकार अपने पूरे कार्यकाल में बाढ़ के कारण होने वालें नुकसान को कम करनें में सफल होगी ।
बाढ़ से जनता को सुरक्षित रखने के लिए सरकार की मुख्य जिम्मेदारी बनती हैं । जब हम बाढ़ से हजारों लाखों लोगों को बेघर होते हुए देखते हैं, घायलों या मरते हुए लोगों को देखते हैं तो हमारे सामने एक बड़ा प्रश्न होता है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है ?
सरकार की मौजूदा जिम्मेदारी यह भी होगी कि मौसम की चेतावनी उचित समय पर देकर, बचाव कार्य एवं प्राथमिक उपचार के बारे में विशेष प्रशिक्षण देकर, और राहत साम्रगी पहले उपलब्ध करा के लाखों लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है ।
जब लगातार मनसून का बारिश किसी के क्षेत्र में होता है तो अचानक पानी का स्तर बढ़ने लगता है और बांध एवं तटबंधों पर भारी दबाव बनना शुरू हो जाता है । बांध एवं तटबंधों देखरेख सही से किया जाए तो बाढ़ जैसे बड़े प्राकृतिक आपदा से बचा जा सकता है ।
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