ह“स मत पगली, प्यार हो जाएगा
मुकुन्द आचार्य:शीर्ष्ाक देख कर चौंकिए मत । यह मेरा कथन नहीं है, किसी दिलजले या
मुकुन्द आचार्य:शीर्ष्ाक देख कर चौंकिए मत । यह मेरा कथन नहीं है, किसी दिलजले या
मुकुन्द आचार्य :इस दुनियाँ में अच्छे लोगों की कोई कमी नहीं । एक ढूँढो हजार
बैठे ठाले मुझे सूझा इस दीपावली के अवसर पर क्यों न माँ लक्ष्मी जी से