गजल
आरती आलोक वर्मा खुशी धड़कनों को हवा कर रही है तेरी आरजू की दुआ कर रही है ।। ये दुनिया भी
आरती आलोक वर्मा खुशी धड़कनों को हवा कर रही है तेरी आरजू की दुआ कर रही है ।। ये दुनिया भी
माना कि चाहतों का दिया तुमने सिला नहीं कोई गम नहीं है मुझको जो तू