चार दलों की साजिश, आन्दोलन की राह में मधेश
देश जब महाभूकम्प की चोट से जूझ रहा था, हर ओर अफरातफरी का माहौल था,
देश जब महाभूकम्प की चोट से जूझ रहा था, हर ओर अफरातफरी का माहौल था,
महाविनाशकारी भूकम्प में पीडि़ताें को सहयोग कर मधेशी जनता ने अपना मानव धर्म ही नही,
२०६२-०६३ में जनआन्दोलन हुआ था और इसी आन्दोलन ने राजतन्त्र का अन्त किया और गणतन्त्र
कैलास दास:मधेश आन्दोलन से मधेश की चर्चा राष्ट्रीय-अन्तर्रर्ाा्रीय स्तर पर होने लगी है, चाहे वह