स्व–परिवर्तन आवश्यक : दीपकुमार उपाध्याय
हिमालिनी, अप्रैल अंक, २०१८ | कल तक हम लोग राजा को गाली देते थे । नेताओं
हिमालिनी, अप्रैल अंक, २०१८ | कल तक हम लोग राजा को गाली देते थे । नेताओं
आज हम लोग विकास की बात कर रहे हैं । ‘विकास’ शब्द के प्रति हिटलर भी
चाहे नेपाल हो अथवा भारत, दोनों की प्राथमिकता आज विकास ही है । लेकिन विकास कैसे
हिमालिनी अप्रैल अंक, २०१८ | मित्रता और सुन्दरता का अन्त कभी भी नहीं होता । अर्थात्
हिमालिनी अप्रैल अंक, २०१८ | चुनौती के बीच में ही अवसर और सम्भावना होती है ।
हिमालिनी अप्रैल अंक ,२०१८ | हमें लगता है कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता और चुनौती