Thu. Mar 28th, 2024

बिचार

क्या मधेशीयों ने गुलामी स्वीकार कर लिया है ? : रामेश्वर प्रसाद सिंह (रमेश)

रामेश्वर प्रसाद सिंह (रमेश), गोलबजार-13, सिरहा (मधेश) | स्थानीय, प्रदेश सभा एवं लोक सभा के

मधेसी मानव के अस्तित्व और नेपाल सरकार द्वारा मधेस में बसाई जा रही प्रायोजित पहाडी बस्तियां

रोशन झा, सप्तरी। वर्तमान राज्य संरचना के अनुसार स्थानीय सरकार और प्रादेशिक संरचना में नेपाल

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीयता की उत्तम परिभाषा निकालना जरूरी है : अजयकुमार झा

अजय कुमार झा, जलेश्वर | भारत वर्ष का वह दिव्य भूखण्ड जो ब्रिटिस साम्राज्य के

मधेशीयों को मानसिक यातना देकर विस्थापित करने का घोर षड़यंत्र : रमेश

रामेश्वर प्रसाद सिंह  (रमेश), गोलबजार-13, सिरहा (मधेश) | सिरहा और सप्तरी के चुरे क्षेत्र में

चाहत रखने बाला बुद्ध नहीं हो सकता ! जगने का नाम ही बुद्धत्व है : कैलाश महतो

कैलाश महतो, नवलपरासी | एक बार सिकन्दर यूनान के डायोब्निज नामक एक नामूद फकीर सन्यासी

चुनाव लड़ने के लिए शैक्षिक योग्यता कमसेकम १२ कक्षा उतीर्ण होना ही चाहिए

सुशाशन, गुणतंत्र और संघीय नेपाल अजयकुमार झा, जलेश्वर | वास्तव में सुशासन की अवधारणा राम

इयू और नेपाल के प्रधानमंत्री का सेना के निर्देश के बीच में मधेश : कैलाश महतो

कैलाश महतो, परासी | हालसाल ही यूरोपियन यूनियन ने अपने प्रतिवेदन द्वारा नेपाल के संविधान,

भारत अपने पडाेसियाें का भी विकास देखना चाहता है : डा. अजय कुमार D.C.M.

काठमांडू | नेपाल–भारत विकास मञ्च ने नेपाल–भारत सम्बन्ध पर १६ मार्च २०१८ को एक विचार

महिला कमजोर नहीं हैं : संगीता यादव (सन्दर्भ-अन्तर्राष्ट्रिय महिला दिवस)

– संगीता यादव मेरा मानना हैं कि, ‘महानता’, ‘ममता’, ‘मातृत्व’, ‘मृदुलता’ और ‘मानवता’ झल्कनें बाली

नेपाल भारत सम्बन्धः आपसी विश्वास पर ही निर्भर होगा : बाबुराम पौडेल

भारतीय विदेशमंत्री सुषमा स्वराज फरवरी माह के आरम्भ में जब अचानक काठमाण्डौ स्थित त्रिभुवन अन्तरराष्ट्रीय

हमारी भूपरिवेष्ठित संवेदनशीलता भारत की ओर से संबोधित होना चाहिएः डा. महत

काठमांडू, २८ जनवरी । दुनियां में कम ही देश ऐसे होते हैं, जहां एक–दूसरे देश के नागरिकों

नेपाल–भारत संबंध आर्थिक विकास पर आधारित होना चाहिएः उपेन्द्र यादव

काठमांडू, २८ जनवरी । नेपाल और भारत के बीच बहुआयामिक संबंध है । जनता–जनता, राष्ट्र–राष्ट्र और

नेपाल–भारत संबंधः नयां चुनौती के लिए परम्परागत नीति काफी नहीं हैः राणा

काठमांडू, जनवरी २८ । भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी एक सफल प्रधानमन्त्री के रुप में परिचित

नेपाली और मधेशी दोनो अलग अलग राष्ट्रियता के रूपमे स्थापित हो चुके हैं : विकास प्रसाद लोध

विकास प्रसाद लोध, लुम्बिनी | विगत कुछ दशक से आन्दोलित मधेश एवम नेपाल मे हाल