Thu. Mar 28th, 2024

बिचार

सरकार के सामाजिक न्याय का वादा खोखला है और एजेंडा विचलित है : जयप्रकाश आनंद

प्रदेश २ के सरकार में :- पीड़क समुदाय का वर्चस्व कायम है।  जयप्रकाश आनंद । पूरे देश

संसदीय व्यवस्था से प्रश्नकाल ’को हटा दिया जाना चौंकाने वाला है : डॉo सत्यवान सौरभ

(एक कार्यशील लोकतंत्र में परीक्षा के समय संकटों का सामना करने की क्षमता होनी चाहिए

लकडाउन के चंगुल में शहरी जीवन, कोरोना कल्चर का प्रहार : बाबुराम पौडेल

बाबुराम पौडेल, पोखरा | पिछले पखवाडे एक सुबह कोरोना संक्रमण के आतंक के बीच सहमता

मीडिया में फोटोग्राफी की भूमिका : ऑनलाइन गोष्ठी पर पत्रकारों का विचार

फोटोग्राफी ने राजनैतिक-सामाजिक जीवन पर बदलाव में परिवर्तन पर बड़ा भारी प्रभाव डाला है”-डॉ वैदिक

शिक्षण अकेला वह पेशा है जो अन्य सभी पेशों को जन्म देता है : मुकेश भटनागर

*ज्ञान मार्ग बनाम शिक्षा प्रणाली* मुकेश भटनागर । शिक्षण और शिक्षा प्रणाली को इसके प्राचीनतम

मूलनिवासी दिवस या इंडिजिनस पीपल डे एक भारत मे एक नया षड्यंत्र है : प्रवीण गुगनानी

बिरसा मुंडा का उलगुलान ही मूलनिवासी दिवस का खंडन है  प्रवीण गुगनानी, ग्वालियर । मूलनिवासी

आदिवासी दिवस के बहाने अलगाववाद की राजनीति : डॉ नीलम महेन्द्र

आदिवासी दिवस के बहाने अलगाववाद की राजनीति आदिवासी दिवस के बहाने अलगाववाद की राजनीति वैशविक परिदृश्य में

तकनीकी के साथ प्राकृतिक सरंक्षण एवं संवर्धन “: डाॅ अरविंद दीक्षित

आज के परिवेश में तकनीकी ने हमारे जीवन में अनेक क्रांतिकारी परिवर्तन किये हैं। जिससे

भारत में चीनी घुसपैठ और उसके पीछे हटने का कारण : डॉ करुणाशंकर उपाध्याय

डॉ करुणाशंकर उपाध्याय, मुम्बई । आखिरकार भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोवाल ने

राष्ट्रीयता कहाँ गई ? नेपाल में चीनी राजदूत की सक्रियता का अर्थ : डा श्वेता दीप्ति

डा श्वेता दीप्ति, काठमांडू | नेपाल की राजनीतिक सरगर्मी में चीनी राजदूत होउ यान्छी  की

नेपाल की संस्कृति की जड़ो मे हिंदी है : प्रवीण गुगनानी

प्रवीण गुगनानी, ग्वालियर । नेपाली संसद मे हिंदी भाषा को प्रतिबंधित करने की चर्चा बल

सम्राट अशोक बनने की आकांक्षा में संबन्धों को नष्ट करने पर तुली है सरकार : जय प्रकाश आनन्द

जयप्रकाश आनंद, बिराटनगर । नेपाल में भारत द्वारा सभी पहलुओं में एक अजीब हस्तक्षेप था।

ग्रामों के क्लस्टर बनाकर देश के आर्थिक विकास को दी जा सकती है गति : प्रह्लाद सबनानी,

प्रह्लाद सबनानी, ग्वालियर | कोरोना महामारी के कारण लगभग दो माह के लॉक डाउन के

मधेश क्या खोया क्या पाया ? अपने ही नेताओ से निराश मधेश : सुशिल भट्टराई

सुशिल भट्टराई, बीरगंज । पूरे मधेस की आवश्यकता और मधेशी लोगों की इच्छा अनुसार विभिन्न