बड़वा में हैं अंग्रेजों के जमाने की शानदार चीजें : डॉo सत्यवान सौरभ,
(गगनचुंबी हवेलियां, मनमोहक चित्रकारी, कुंड रुपी जलाशय, हाथीखाने, खजाना गृह, कवच रुपी मुख्य ठोस द्वार
(गगनचुंबी हवेलियां, मनमोहक चित्रकारी, कुंड रुपी जलाशय, हाथीखाने, खजाना गृह, कवच रुपी मुख्य ठोस द्वार
सच्चा प्रेम तो उन फूलों की खुशबू की तरह है जिसे छुआ नहीं जा सकता
डा श्वेता दीप्ति जन्मदिन विशेष रिवाजों और रिवायतों को चुनौती देने वाली, अपनी शर्तों पर
नारनौल। मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा 2012 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी डॉ
११ भदौ, काठमाडौं । नेपाली साहित्य के विशिष्ट व्यक्तित्व मोतीराम भट्ट की जयन्ती देशभर में
पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह की कृति ‘दुई मुटु याैटा बाटो’ प्रकाशित हो
कविता “संकल्प”, कवि-डा. भिष्म कुमार भुषाल, अनुवादक : बिम्मी कालिन्दी शर्मा मैं कहता हूं सत्य
बिम्मी कालिन्दी शर्मा, बीरगंज हिमालिनी अंक जून।इस देश की सरकार विकास के मामलें में सभी
“पिता के साथ विलाप” कवि- भिष्म कुमार भुषाल अनुवादक: बिम्मी कालिन्दी शर्मा पापा, आपने कमिसन
दिल्ली।साहित्य 24 एवं प्रेरणा दर्पण के तत्वाधान में आयोजित आइकॉनिक स्टार अवॉर्ड 2022 का आयोजन
गाज़ियाबाद। भारत के आज़ादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस यानि अमृत महोत्सव के उपलक्ष में ट्रू
काठमांडू,15 अगस्त ।आज राजधानी मे पुर्व उप राष्टृपति श्री परमानंद झा जी द्वारा लिखित “मधेशको
नेपालगञ्ज÷(बाँके) पवन जायसवाल । नेपालगञ्ज में तिमिल्सिना वाङ्मय प्रतिष्ठान के रामेश्वर कमलादेवी स्मृति पुरस्कार–२०७७ बाँके
आलोक श्रीवास्त्व। वह 10 अगस्त, 1996 की दोपहर थी. शनिवार था. 2 बज चुके थे.
“जिद्दी इस दिलसे हार गए” मुझे इनसे शिकायत थी इन्हें बताई ये मान गए। मुझे
१ उसने जब कहा मुझसे गीत एक सुना दो ना सर्द है फिजा दिल की,
जनकपुरधाम, 4 अगस्त।आज अगस्त 3 – 2022 को नेपाल हिन्दी प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री राजेश्वर
दिनांक 2 अगस्त 2022 को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने वर्ष 2021 के पुरस्कारों- सम्मानों
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर । जनसंस्कृति मंच, दरभंगा के तत्वावधान में आयोजित प्रेमचन्द जयंती समारोह
नारनौल। आज जबकि पूरा विश्व भीषण संकटों के दौर से गुजर रहा है, भारत ही
कंचना झा, हिमालिनी अंक जुलाई 022।महिमा जो पेशे से एक डॉक्टर है, अपना अच्छा बुरा
-प्रियंका ‘सौरभ’सम्मान के साथ जीने का अधिकार एक संवैधानिक अनिवार्यता है। हालाँकि, यह आज शासन
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है ताकि यह पहचाना
डॉ श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट हिन्दी और उर्दू के चिरायु भारतीय साहित्यकारों में सबसे अग्रणी हैं
जनसंस्कृति मंच दरभंगा के तत्वावधान में आयोजित प्रेमचन्द जयंती समारोह सप्ताह का 25 जुलाई सेशुभारंभ
केदारनाथ सिंह हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि और साहित्यकार थे. वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक
सफ़र न करते हुए भी किसी सफ़र में रहा… तमाम उम्र मैं इक अजनबी
“विभिषण” बिम्मी कालिन्दी शर्मा, बीरगंज (व्यंग्य) । विभिषण घर का भेदी नहीं था, वह तो
१ उन रेशों को मत उधेडना” उन रेशों को मत उधेडना जो बारीकी से गुंथे
१ उन रेशों को मत उधेङना” उन रेशों को मत उधेङना जो बारीकी से गुंथे
जनकपुर धाम ।सरस्वती राजनारायण फाउंडेशन ने आज रौनियार धर्मशाला जनकपुर धाम के सभा भवन में
डाॅ पल्लवी कुमारी”पाम “की कविताएँ 1 “उन रेशों को मत उधेङना” उन
16 जुलाई, काठमांडू । नेतृ तथा साहित्यकार रेखा यादव की कविता संग्रह “धीरे से” हिन्दी
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर नेपाल सरकार के अधीनस्थ विद्यापति कोष द्वारा इस बर्ष की पुरस्कारों
विराटनगर, 12 जुलाई ।आदिकवि भानुभक्त आचार्य के 209वी जंयती के अवसर पर बिराटनगर, नेपाल में
सरोज दहिया हरदेवा को ईश्वर ने माँ की बजाय उसकी दादी की गोद में दे
सहमा-सहमा आज सत्यवान सौरभ ●●● कौन पूछता योग्यता, तिकड़म है आधार । कौवे मोती चुन
अस्तित्व का चक्रव्यूह आज भी विवशता की चादर में लपेटकर तजती हैं कुन्ती,
बच्चे सड़क पे और बीबी कमरे में न कोई ठिकाना, ना कोई मंजिल बेईमान पूछे
वतन जलाने वाले वतन जलाने वाले कैसे वफा निभाने पायेंगे आग लगाने वाले कैसे अग्नि
बिम्मी कालिन्दी शर्मा, बीरगंज (व्यंग्य) l ईस देश में जितने उद्योग धंदे नहीं है उस
रुड़की । विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर की ओर से रुड़की में आयोजित एक कार्यक्रम में
काठमांडू, 3 जुलाई । 1जुलाई को कालिदास दिवस पर “कालिदास और हिमालय” विषय पर एक
भारतीय आजादी के अमृत महोत्सव और दिल्ली विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह की श्रृंखला के अंतर्गत
’व्यग्ंय’ बिम्मी कालिन्दी शर्मा, बिरगंज । बच्चा जैसे ललीपप चूस कर खुश होता है वैसे
नारनौल। भारत अपने धार्मिक सौष्ठव और सांस्कृतिक वैभव के कारण ही विश्वगुरु कहलाता था तथा
‘ऐ महाराज, ई तक्षशिला वाला भूगोल मत पढाईए न हमको। देश पहले से ही आपके
फौजी ही हर दिल अजीज होते हैं —————————————– ——प्रियांशी मुल्क की हिफाजत के लिए जंग
बिम्मी कालिन्दी शर्मा,( व्यंग्य ) बिरगंज । हम सभी परिवार की खुशी और स्वास्थ्य के
डॉ कामिनी वर्मा, वाराणसी ।घर में अक्सर बड़े बुजुर्गों से यह प्रेरक संदेश अवश्य मिलता
नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल ।बाँके जिला के नेपालगन्ज में मित्र राष्ट्र भारत के महाराष्ट्र राज्य के
राजकुमार जैन राजन की प्रेम कविताएं राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के गाँव आकोला के निवासी
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर । 14-06-2022 को कबीर एवं नागार्जुन जयंती के अवसर पर प्राक
“अर्धांगन” बिम्मी कालिन्दी शर्मा, वीरगंज, पति का आधा हिस्सा है पत्नी ईसी लिए उस को
काठमांडू, 13 जून 022 । दिनांक १२ जून २०२२ को डी.ए.वी सुशील केडिया विश्व
व्यग्ंय लेख: बिम्मी कालिन्दी शर्मा, । मन न मिले खेत बाँझ रह जाए कोई बात
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर । शनिवार को मैथिली साहित्य समाज, जनकपुरधाम द्वारा आयोजित मासिक कवि
परछाई…” ये कैसी परछाई है, ये कैसी साया है । लौटकर कोई तेरे दर पर
बेचैनी, खुलापन, बेलौस मस्ती से भरी हुईं दुष्यन्त कुमार की गजलें ये ज़बाँ
बिम्मी कालिन्दी शर्मा, वीरगंज । आम का मौसम आ गया मतलब यह ‘आम’ नहीं खास
मुम्बई। दिनांक 29 मई 2022 को महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल श्री भगतसिंह कोश्यारी के कर
डा श्वेता दीप्ति उपन्यास के आरंभिक हिस्से का एक अंश – “बेटी. बेटियां हवा
लेखिका गीतांजलि श्री के उपन्यास ‘टूंब आफ सैंड’ को अंतर राष्ट्रीय बुकर प्राइज मिला है।
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर दर्शन से सुमिरन(दर्शन) सर्वोपरि हैं। उपयुक्त बातें मोरारी बापू जनकपुरधाम के