Thu. Mar 28th, 2024

साहित्य

डॉ नीलम महेंद्र को अहिन्दी भाषी हिंदी सेवा सम्मान

अखिल भारतीय साहित्य परिषद से सम्बद्ध मध्यभारतीय हिंदी साहित्य सभा, ग्वालियर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में

साहित्यकला मंदिर और कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल बीच हुई भेटवार्ता

काठमान्ड । लूनकरणदास–गंगादेवी चौधरी साहित्यकला मंदिर काठमान्डू एवं कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल, भुवनेश्वर के सदस्यों के

कोई भी मातृभाषा तब तक नहीं बचाई जा सकती जब तक कि स्कूल में मातृभाषा नहीं सिखाई जाती

    प्रत्येक वर्ष 21 फरवरी को अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में नेपाल प्रज्ञा

मनो बौद्धिक विकास के लिए बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा देना आवश्यक : राजेश झा

राजेश झा (विश्व संवाद केंद्र, मुंबई) जन्म लेने के बाद शिशु  जो प्रथम भाषा बोलने

वैचारिक दृष्टि से अपने समय से बहुत आगे थे संत रविदास : डॉ उमाशंकर यादव

नारनौल। ‘मन चंगा, तो कठौती में गंगा’ कहकर भक्ति-साधना में मन और आत्मा की शुद्धि

संत रविदास: भारत में धर्मांतरण के प्रारंभिक विरोधी : प्रवीण गुगनानी

प्रवीण गुगनानी, ग्वालियर  | भारतीय समाज में आजकल धर्मांतरण और हिन्दू धर्म में घर वापसी

व्यक्तित्व विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है एनसीसी : डॉ लवलीन कौर

मनुमुक्त ‘मानव’ ट्रस्ट द्वारा चार सर्वोत्तम कैडेट पुरिष्कृत नारनौल। व्यक्तित्व विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती

साहित्यकार डॉ. अरुणेश नीरन को नेपाल की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी द्वारा सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान प्रदान

देवरिया। साहित्यकार डॉ. अरुणेश नीरन को नेपाल की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी ने अपने सर्वोच्च साहित्यिक

हिंदुत्व का प्रखर प्रेरणापुंज महर्षि दयानंद सरस्वती : राजेश झा

राजेश झा, राजऋषि चाणक्य के बाद भारतीय महाद्वीप को राजनीतिक -सामाजिक और आर्थिक दिशा देने

नेपालगन्ज में गुल्जार–ए– अदब द्वारा मासिक गजल गोष्ठी

नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल ।बाँके जिला के नेपालगन्ज में  गुल्जार–ए– अदबद्वारा आयोजित मासिक गजल गोष्ठी माघ

साहित्यकार तथा पत्रकार सुजीत झा का “पुनि पुनि होत विवाह” पुस्तक का किया गया विमोचन

जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर पत्रकार तथा साहित्यकार सुजीत झा ” पुनि पुनि होत विवाह पुस्तक

विश्व का सबसे बड़ा ही नहीं, सबसे सफल लोकतंत्र भी है भारत : डॉ ‘मानव’

खैरातों के दौर में, आहत आज विधान। पुण्य-लाभ नेता करें, करदाता भुगतान।। नारनौल। विश्व का

लाज तिरंगें की रहे, बस इतना अरमान । मरते दम तक मैं रखूँ, दिल में हिन्दुस्तान :सत्यवान ‘सौरभ’

दो-दो हिन्दुस्तान सत्यवान ‘सौरभ’,  ●●● लाज तिरंगें की रहे, बस इतना अरमान । मरते दम तक

भोजपुरी फिल्मोद्योग २०३२ की तैयारियों में लगे : रामलाल

भोजपुरी फिल्मोद्योग २०३२ की तैयारियों में लगे : रामलाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय

साहित्य का प्रदेय – साहित्य परिषद् का अगला त्रेवार्षिक सोपान : प्रवीण गुगनानी

प्रवीण गुगनानी, ग्वालियर । हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने साहित्य को “जनता

उज्जैन के साहित्यकार डॉ वैरागी की नेपाल यात्रा

नेपाल यात्रा, 6,7और 8 जनवरी 2022 को काठमांडु, नेपाल यात्रा, भाग-१ विषम परिस्थितियों और विषय समय

आजादी की आवाज बनी थी हिन्दी कविता : डॉ. श्वेता दीप्ति 

डॉ. श्वेता दीप्ति, जनवरी अंक 022। प्रत्येक देश का साहित्य अपने देश की भौगोलिक, सामाजिक,

विश्व भाषा हिंदीः अद्यतन संदर्भ – डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय

डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय, अध्यक्षहिंदी विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय। आज हिंदी संपूर्ण विश्व में सबसे अधिक बोली और

नेपाल में हिन्दी को संपर्क भाषा होना आवश्यक : मुख्यमंत्री मो.लालबाबू राउत

जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर । नेपाल में संपर्क भाषा हिंदी होना चाहिए। इसके लिए हमारी

कवि वसन्त की कविताएं जीवन के पन्ने पलटने की तरह हैं : डॉ करुणाशंकर उपाध्याय

काठमांडू, 4 जनवरी 2022 । आज काठमांडू में नेपाल के सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार बसंत चौधरी

प्रेम और जीवन के कवि बसंत चौधरी  की दो काव्य कृतियों का लोकार्पण

  https://fb.watch/akIoqDKotb/ काठमांडू, 4जनवरी 2022 । लूनकरणदास गंगादेवी चौधरी साहित्यकला मंदिर द्वारा आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम

साहित्य, कला व संस्कृति को समर्पित तीन दिवसीय पंचम मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल सम्पन्न

पंचम अंतरराष्ट्रीय मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल के आनलाईन आयोजन से देश विदेश में हिंदी सहित सभी

मुक्ति का अब प्रण लेकर के, शक्ति से जग में जीना सीखा : प्रियांशी

  हे मोहन ———— ——प्रियांशी हे मोहन मनहर मुरलीधर यमुना तट बांसुरी बजैया हे नंदलाल