संसदीय सुनवाई समिति ने बहुमत से 16 राजदूतों के नामों को मंजूरी दी
काठमांडू.19 सितम्बर
संसदीय सुनवाई समिति ने बहुमत से 16 राजदूतों के नामों को मंजूरी दे दी है.
श्रीलंका में प्रस्तावित राजदूत रामकृष्ण भट्टराई के नाम पर अभी मुहर लगना बाकी है। समिति के अध्यक्ष ईश्वरी न्योपाने के मुताबिक, भट्टराई के दस्तावेज नहीं मिलने के कारण श्रीलंका में प्रस्तावित राजदूत के नाम को मंजूरी नहीं मिल सकी.
निर्णय की घोषणा करते हुए अध्यक्ष न्योपाने ने कहा, “हमने दस्तावेज़ प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं,प्राप्त होने के बाद उन्हें मंजूरी दे दी जाएगी।”
जिस राजदूत के नाम को बहुमत से मंजूरी मिली, उस पर दो सांसदों ने भी अलग-अलग राय दर्ज की है. राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RASWPA) के डोल प्रसाद अर्याल और जनता समाजवादी पार्टी, नेपाल के प्रकाश अधिकारी ने कुछ राजदूतों के नामों पर अलग-अलग राय व्यक्त की है।
अर्याल की राय थी कि दक्षिण अफ्रीका के लिए प्रस्तावित राजदूत कपिलमान श्रेष्ठ, इजराइल के लिए प्रस्तावित राजदूत धनप्रसाद पंडित और मलेशिया के लिए प्रस्तावित राजदूत नेत्रप्रसाद तिम्सिना को राजदूत नहीं बनाया जाना चाहिए।
सांसद अधिकारी भारत के लिए प्रस्तावित राजदूत शंकर शर्मा के नाम से असहमत थे. लेकिन दो सांसदों की असहमति के बावजूद समिति ने बहुमत से प्रस्तावित राजदूतों के नामों को मंजूरी दे दी.