गीतकार डा.हेमन्त खतिवडा रचित कैसा मन मस्ताना प्यारे प्रकाशित
काठमान्डू 15मई
गीतकार डा.हेमन्त खतिवडा का हिन्दी गीत की किताब कैसा मन मस्ताना प्यारे प्रकाशित हुआ है! इसमें विशेष प्रेम के रोमान्टिक विषय-वस्तु को गीतकार ने प्रस्तुत किया है ! इस कृति में दो सौ हिन्दी गीत हैं ! दो सो पृष्ठों की यह पुस्तक है । गीत प्रेम रस के प्रचलित परम्परा से कुछ अलग प्रकार से लिखा गया है ! गीतकार खतिवडा का कहना है कि-प्रेम का मतलब सहज विषय नहीं होकर, इसका अपना ही दर्शन है और प्रेम गीत को भी मैं दर्शन शास्त्र के साथ जोड देखता हूँ और लिखने में भी रुचि रखता हूँ !
यह किताब ओम प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित की गयी है, यह कृति भारतीय पाठकों के बीच लोकप्रियता हासिल कर रही है । गीत के शब्द, बनावट एवं प्रस्तुति की शैली, कलात्मक तथा बिम्वात्मक है ! शब्दों की माला सरल है किन्तु गीत में छिपे भाव गम्भीर हैं ! गीतकार के गीतों में प्रेम का मनोविज्ञान अनूठे स्वभाव से मिश्रित हुआ है ! शब्द -शब्द में गहरा मनोविज्ञान सम्प्रेषित करने में गीतकार सफल है ! गीतकार ने विवाह गीत के विषयवस्तु पर भी कुछ कलम चलाई है ! पुस्तक में प्रस्तुत गीतों में प्रेम के विभिन्न स्वरुपों को विभिन्न आयामों द्वारा व्याख्यायित किया गया है ! यह गीत संग्रह रोमान्टिक गीतों का दस्तावेज बनने का सामर्थ्य रखता है ! गेयात्मक और लयात्मकता से कृति का ओज बढ गया है ! खतिवडा के दर्जनों गीत लोकप्रिय हैं और वे नेपाल के सब से कम उम्र में गीत लिखने वाले गीतकार के नाम से भी पहचाने जाते हैं ! इस कृति को महत्वपुर्ण दृष्टि से देखा जा रहा है !

पुस्तक का मूल्य भारु200 है .