स्वास्थ्य मन्त्रालय के लिखित निर्देशन को नारायणी उपक्षेत्रीय अस्पताल के अधिकारी द्वारा बेवास्ता
8 years ago
वीरगन्ज, १ सावन :- स्वास्थ्य मन्त्रालय के लिखित निर्देशन को नारायणी उपक्षेत्रीय अस्पताल के अधिकारी बेवास्ता करते हुए, अस्पताल के स्वामित्व में रहे शटर को यथावत संचालित रखा। औषधी दुकान खाली कराने के लिए स्वास्थ्य मन्त्रलाय ने एक दर्जन से ज्यादा पत्र उपक्षेत्रीय अस्पताल में भेजने के बाद भी, अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल परिसर भितर औषधी दुकान वालो से बड़ी रकम लेकर औषधी दुकान संचालन कराते आए है।
उपक्षेत्रीय अस्पताल के स्वामित्व में १६ शटर संचालित है जिसमे १३ औषधी दुकान है, जिसे ख़ाली कराने के लिए स्वास्थ्य मन्त्रालय ने २०७४ असार १९ गते पत्र भेजकर शटर ख़ाली कराने के आदेश का, अस्पताल प्रशासन ने अभी तक कोई पहल नही किया है।
उपक्षेत्रीय अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट डा. चित्ररंजन साह ने बताया कि, शटर खाली कराने के लिए सात दिन के सार्वजनिक सुचना के तैयारी में अस्पताल प्रशासन लगा हुआ है, और जल्दी ही मन्त्रालय के निर्देशन अनुसार कार्यवाही आगे बढ़ने का दावा भी किया।
अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी के संचालन में रहे औषधी दुकान को बचाने में प्रमुख जिल्ला अधिकारी ने संरक्षण दिया है, ऐसा विकास समिति के एक बोर्ड सदस्य ने नाम उजागर न करने के शर्त पर बताया। श्रोत अनुसार शटर ख़ाली कराने के बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखते समय, प्रमुख जिल्ला अधिकारी ने इसे बिवादित बिषय कहते हुए ठंडे बस्ते में डाल दिया।
इस विषय में पर्सा के प्रमुख जिल्ला अधिकारी केशवराज घिमिरे ने अस्पताल विकास समिति में रहे बोर्ड सदस्य द्वारा औषधी दुकान को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने शटर ख़ाली कराने में अस्पताल विकास समिति के बोर्ड बैठक के निर्णय होने पर शान्ति सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।