लकडाउन से सृजित दर्दनाक दृश्यः एक मां, जिसने शिशू को जन्म देकर कर दी हत्या
भक्तपुर, २६ मई । लकडाउन की अवधी में भक्तपुर में एक दुःखद घटना घटी है, जहां एक मां ने शिशू को जन्म दिया और खूद ने शिशू को मार दिया है । कारण है, दो महीनों से जारी लकडाउन और शिशू की पालन–पोषण संबंधी चिन्ता । शिशू को मारनेवाली मां को पुलिस ने नियन्त्रण में लेकर घटना के संबंधी अन्य अनुसंधान शुरु किया है ।
इसतरह अपने ही बच्चा को मारनेवाली युवती है– २२ वर्षीया रमिला राई, जो उदयपुर जिला स्थायी निवासी है । रमिला एक मजदूर है, जो घर निर्माण संबंधी काम करती है । सूर्यविनायक नगरपालिका–६ घलाते में रुम लेकर रहनेवाली रमिला के साथ इस वक्त पति भी नहीं है, पहले से ही २१ महीनों की एक बेटी भी है । जिसके चलते नयां जन्म लेनेवाला शिशु के प्रति उनमें चिन्ता होने लगी की मैं इसको ठीक से पालन–पोषण नहीं कर पाऊंगी, यही सोच के साथ उन्होंने अपने शिशु को मार दिया है ।
रमिला ने पुलिसको जो बताई है, वह हृदय–विदारक है । उन्होंने कहा है कि दो महीनो से लकडाउन होने के कारण खाने के लिए रुममें कुछ नहीं है । लकडाउन के कारण काम भी नहीं हो रहा है, साथ में पति भी नहीं । रमिला के अनुसार लकडाउन शुरु होते ही उनके पति मिलन मगर लापत्ता हो गए थे । पति–पत्नी दोनों घर निर्माणस्थल में ढलान संबंधी काम करते थे । यही काम के शीलशीले में ही मिलन के साथ रमिला की भेंट हुई थी । यह दो साल पहले की घटना है, भेट की कुछ दिनों के बाद ही मिलन और रमिला ने शादी की थी ।
रमिला ने कहा है कि लकडाउन से पहले भी उनके पति कभी–कभार रुम छोड़कर लापत्ता होते थे और कुछ दिनों के बाद फिर आते थे । लेकिन लकडाउन के बाद लापत्ता मिलन अभी तक नहीं आया है । जिसके चलते दो बच्चों की पालन–पोषण संबंधी चिन्ता से बैचन होकर उन्होंने नयां जन्म लेनेवाला बच्चा को मारकर सड़क में स्थित डस्टबिन में फेंक दिया । जब स्थानीयबासी को पता चला तो बात पुलिस तक पहुँच गई । उसके बाद रमिला को पुलिस ने अपने हिरासत में लिया है ।
पुलिस ने कहा है कि शिशु को पोस्टमार्टम के लिए केएमसी अस्पताल दुवाकोट भेज दिया गया है और उनके पति मिलन की खोजी भी हो रही है । महानगरीय पुलस वृत्त जगाती के पुलिस प्रमुख डीएसपी चक्रराज जोशी ने कहा है कि रमिला विरुद्ध कर्तव्य जान मुद्दा में मुद्दा पंजीकृत होने जा रही है ।