बालेन के कार्यशैली के प्रति कांग्रेस ने भी उठाया प्रश्न
काठमांडू.6 सितम्बर
नेपाली कांग्रेस काठमाडौं महानगर समिति ने भी काठमांडू महानगरपालिका के मेयर बालेंद्र शाह की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
शुक्रवार को कांग्रेस महानगर कमेटी की बैठक के बाद शहर अध्यक्ष नीलकाजी शाक्य और मेयर प्रत्याशी नेतृ सृजना सिंह ने संयुक्त बयान जारी कर बालेन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं ।
बयान में कहा गया है कि काठमांडू महानगर में नदी के किनारे 20 मीटर की दूरी छोड़ने के मानक को लेकर मेयर साह ने शहर के नागरिकों के हित में काम नहीं किया है.
‘काठमाडौं महानगर क्षेत्र के भीतर नदी नाला के किनारे में पशुपतिनाथ, गुह्येश्वरी, टेकु, पचलीघाट, शोभा भगवती जैसे शक्तिपीठ, घाट, मन्दिर एवं परापूर्वकाल से रहने वाले हैं, उनकी बस्ती है । ,’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि,‘इस निर्णय से स्थानीय बासिन्दा की पुरानी बस्ती, वासस्थान एवं धार्मिकसांस्कृतिक सम्पदा का अस्तित्व खतरे में पड जाएगा तथा कालान्तर में लोप होने की अवस्था हो सकती है । नेपाली काग्रेस काठमाडौं महानगर समिति यह महसुस कर रहा है ।’
यह निष्कर्ष निकालते हुए कि काठमांडू महानगर प्रमुख के नेतृत्व में किए गए कार्यों में नागरिकों के हितों और जरूरतों को प्राथमिकता नहीं दी गई है, कांग्रेस काठमांडू महानगर समिति ने इस मामले को संबोधित किया है और महानगरीय निवासियों के अधिकारों और हितों की रक्षा करने के लिए राज्य के तीन अंगों से समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया है।
1 गते मंसिर 2065 के फैसले के अनुसार बागमती, बिष्णुमती, धोबीखोला, मनोहरा, तुकुचा आदि नदियों के किनारों से 20 मीटर की दूरी पर ही निर्माण किया जा सकता है, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 1 गते मंसिर के फैसले के प्रावधानों को लागू करने का आदेश दिया है. कांग्रेस काठमांडू महानगरपालिका समिति ने कहा है कि वह जारी आदेश का सम्मान करेगी।