जलाभिषेक से कष्ट से छुटकारा : फूल सिंह
माला मिश्रा बिराटनगर । पूरे वर्ष में सावन माह सबसे महत्वपूर्ण व पवित्र माना गया है। इस माह में भगवान शिव पर जलाभिषेक से अनेक प्रकार के कष्टों से छुटकारा मिलता है। इसी माह में समुद्र मंथन के समय निकले विष का भगवान शिव ने पान कर संसार का विष के ताप से बचाया था। इसीलिए श्रावन में जलाभिषेक कर भगवान शिव को शीतलता प्रदान करने की महत्ता हें सावन की महत्ता की पर चर्चा करते हुए शिवभक्त विद्यापति के भक्त सिने स्टार प्रफ्फुल सिंह उर्फ फूल सिंह कहते हैं कि सावन माह के सोमवारी व्रत करने वालों की मनाकामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं। भक्तों को प्रत्येक सोमवारी के दिन भगवान शिव पर जलाभिषेक के बाद संध्याकाल में भगवान शिव के महाश्रृंगार अनुष्ठान में शामिल होना चाहिए। सावन में महारूद्राभिषेक का महत्ता और बढ़ जाती है। धार्मिंक ग्रंथों में बताया गया है कि सावन में जलाभिषेक से शिव अतिप्रसन्न होते हैं। श्रावण माह में शिव अराधना की बड़ी महत्ता रही है। शिव भक्तों के लिए यह माह अध्यात्मिक दृष्टिकोण से काफी लाभकारी माना जाता है। किसी भी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के लिए विविध प्रक्रिया अपनाई जाती है। माना गया है कि मात्र थोड़ी-बहुत जल से ही देवों के देव महादेव तुरन्त प्रसन्न हो जाते हैं।